नवल टाइम्स न्यूज़, 31 मई 2024 : आज इन्दिरा प्रियदर्शिनी राजकीय स्नातकोत्तर महिला वाणिज्य महाविद्यालय हल्द्वानी में जल संरक्षण विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो0 शशि पुरोहित ने कहा कि आज दुनिया में जल संरक्षण की बात की जा रही है और वर्ष दर वर्ष जल की निरन्तर कमी हो रही है । हमारा भारत देश भी इससे अछूता नहीं है।

यदि आज हम जल-संसाधन का उचित प्रबंधन कर पाते हैं तो भावी पीढ़ी के लिए हमारी जवाबदेही सुनिश्चित हो पाएगी। एक शोध के मुताबिक आज जिस रफ्तार से जंगल खत्म हो रहे हैं उससे तीन गुना अधिक रफ्तार से जल के स्रोत सूख रहे हैं।

नीति आयोग के समग्र जल प्रबंधन सूचकांक की माने तो भारत के लगभग 600 मिलियन से अधिक लोग गंभीर जल संकट का सामना कर रहे हैं। रिपोर्ट में इस बात का भी अंदेशा जताया गया है कि साल 2030 तक भारत में पानी की मांग उपलब्ध आपूर्ति की तुलना में दोगुनी हो जाएगी फिर वो दिन दूर नहीं जब पानी को लेके युद्ध होंगे। इसलिए एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते और आने वाली पीढ़ी के प्रति जवाबदेह को देखते हुऐ नित्य छोटे छोटे उपाय करते हुए जल को बचाएं।

संगोष्ठी के संयोजक डॉ0 फकीर सिंह ने कहा कि हम घरेलू स्तर पर जल का उचित व संयमित उपयोग, इस्तेमाल किये हुए पानी का फिर से शौचालयों अथवा बगीचों में फिर से इस्तेमाल , स्वयं भी लोगों को जागरुक करें तो ये जल संसाधन संरक्षण में हमारा योगदान होगा। नमामि गंगे के संयोजक डॉ0 रितुराज पंत ने बताया कि सरकार द्वारा इस दिशा में 2019 में ‘जल शक्ति अभियान’ शुरू किया गया।

वहींं भूजल विकास और प्रबंधन के विनियमन और नियंत्रण के लिए ‘पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986’ के तहत ‘केंद्रीय भूजल प्राधिकरण (CGWA)’ का गठन किया गया तथा गंगा बेसिन की नदियों के संरक्षण के लिए जल शक्ति मंत्रालय की ‘नमामी गंगे पहल’ और अन्य नदियों के संरक्षण के लिए ‘राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना (NRCP) प्रभाव में लाई गई।

एक शिष्ट नागरिक का परिचय देते हुए हमें स्वयं से छोटे छोटे उपाय करते हुए अपना योगदान अवश्य देना चाहिए। इन उपायों से एक दिन में तो नहीं लेकिन एक दिन जरूर हम जल संसाधनों को बचा पायेंगे।

एनएसएस प्रभारी डॉ0 ललिता जोशी ने छात्राओं से आगामी 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर चलाए जा रहे पौधारोपण अभियान में बढ़-चढ़ कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आवाहन किया। संचालन डॉ0 गीता पंत ने किया। इस अवसर पर डॉ0 रेखा जोशी, डॉ0 दिनेश जोशी आदि उपस्थित रहे।