उत्तराखंड में रविवार सुबह से ही मूसलाधार बारिश का क्रम जारी है। बारिश के चलते सोमवार सुबह भवाली-हल्द्वानी हाइवे में वीरभट्टी के समीप मलबा आने से मार्ग बाधित हो गया। जिससे पुलिस ने भवाली, अल्मोड़ा जाने वाले वाहनों को नैनीताल की ओर डायवर्ट कर दिया था। दोपहर बाद दो जेसीबी मशीन भी वीरभट्टी में राहत कार्य मे लगा दी थी। मगर बारिश के कारण मलबा हटा कर मार्ग पर यातायात सुचारू नहीं हो पाया।
वहीं, देर शाम नैनीताल हल्द्वानी मार्ग में भी मलबा और पेड़ आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया। किसी तरह वाहन भवाली- नैनीताल और कालाढूंगी मार्ग से आवाजाही कर रहे थे। मगर देर शाम कालाढूंगी मार्ग में बरापत्थर के समीप मलबा आने से मार्ग बंद हो गया। नैनीताल- भवाली मार्ग भी पाइंस और जोखिया के समीप बंद हो गया है। बारिश के चलते हल्द्वानी, कालाढूंगी और भवाली तीनों मार्ग बंद होने से शहर का देश और दुनिया से संपर्क कट गया है।
देर शाम पाइंस और जोखिया के समीप मलबा आने से भवाली-नैनीताल मार्ग बंद हुआ तो वाहनों की लंबी कतार लग गयी। सूचना पर पहुँची तल्लीताल पुलिस ने वाहनों को वापस नैनीताल लौटाया। वहीं पाइंस नाला उफान पर होने के कारण भी खतरा बना हुआ है।
पुलिस ने संबंधित विभागों को सूचित करने के साथ ही राहत कार्य शुरू कर दिया है। मगर बारिश के कारण राहत कार्य मे भी खतरा बना हुआ है। खतरे और राहगीरों के फंसने की आशंका को देखते हुए तीनों मार्गों में लोगों की आवाजाही रोक दी है।
आपको बताते चले कि लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से नैनीताल झील का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है , नैनीताल में भारी बारिश से भुसखलन हो रहे हैं लोगों पर डर का माहौल पैदा हो गया एक तरफ मां नैनादेवी मन्दिर परिसर मैं झील का जलस्तर बढ़ने झील का पानी मन्दिर परिसर में आ गया ये पहली बार ऐसा मंजर देख को मिला है।
तल्लीताल रोड,लोअर माल रोड और तालाब का लेबल बराबर हो गया है