देवेंद्र सक्सेना,कोटा: राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा में आज दिनांक:- 20-01-2025 कों अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की इकाई के तत्वावधान में कर्तव्य बोध दिवस का आयोजन किया गया।

जिसकी अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. सीमा चौहान ने की इस आयोजन में मुख्य अतिथि प्रोफ़ेसर गीता राम शर्मा जी क्षेत्रीय निदेशक कोटा संभाग उच्च शिक्षा राजस्थान तथा विशिष्ट अतिथि और मुख्य वक्ता प्रोफेसर एमएल गुप्ता जी पूर्व प्रशासनिक सचिव कोटा विश्वविद्यालय कोटा एवं वर्तमान लोकपाल जय मीनेश विश्वविद्यालय रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा स्वामी विवेकानंद और सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण द्वारा हुआ। सर्वप्रथम वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ. राजेंद्र माहेश्वरी ने सुरीली आवाज में मीरा का लोकप्रिय भजन प्रस्तुत किया अपने वक्तव्य में प्रोफेसर गुप्ता ने कहा की अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ केवल वेतन भत्ते

की बात नहीं करता वरन् समाज के प्रति अपने दायित्व के प्रति भी जागरुक है इसी क्रम में 12 जनवरी स्वामी विवेकानंद जयंती से 23 जनवरी सुभाष चंद्र बोस जयंती तक कर्तव्य बोध पखवाड़ा मनाया जाता है।

“कर्तव्येन कर्ताभि रक्षते” अर्थात कर्तव्य ही कर्ता की रक्षा करता है भारतीय संस्कृति में कर्म की प्रधानता रही है और गीता में भी निष्काम कर्म का संदेश दिया गया है। हम अपने कर्म को कर्तव्य माने तो सफलता मिलती है, कर्तव्य बोध आत्मा का जागरण है। यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि सत्य बोले, सदा चरण करें और कर्तव्य निष्ठ रहे जिससे आत्म संतुष्टि मिलती है।

देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले क्रांतिकारियों ने देश के प्रति कर्तव्य पालन किया। आज हम विकसित ,आत्मनिर्भर, स्वर्णिम भारत की ओर बढ़ रहे हैं तो हम सभी वसुधैव कुटुंबकम की भावना लेकर चलें यही हमारा कर्तव्य है। कर्तव्य बोध जीवन की धुरी है वह सही अर्थ में मनुष्यता प्रदान करता है।

मुख्य अतिथि डॉ गीता राम शर्मा ने कहा कि “शिक्षा का उद्देश्य छात्र के व्यक्तित्व का विकास है लेकिन वसुधैव कुटुंबकम के भाव के साथ संपूर्ण विश्व के कल्याण का भाव रखना हमारा कर्तव्य है सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया का भाव भारत की आत्मा है अधिकार के मूल में कर्तव्य है।

कर्तव्य ही बीज है अधिकार रूपी फल का। उन्होंने पितृऋण, देवगण, ऋषि ऋण की चर्चा करते हुए माता-पिता के प्रति ,प्रकृति की संरक्षण के प्रति और गुरु के ज्ञान के प्रति प्रतिबद्ध रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षक होने के नाते हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम ज्ञान को बाँटें उन्होंने अनेक अनेक उदाहरण द्वारा सभी से अपने दायित्व पूर्ण करने का आह्वान किया ।

कार्यक्रम के अध्यक्षता करते हुए अपने अध्यक्ष उद्बोधन में डॉ. सीमा चौहान ने कहा कि कर्तव्य बोध कार्यक्रम बहुत ही प्रासंगिक है। हमारे अधिकार तभी सुरक्षित रहेंगे जब हम अपना कर्तव्य पूरा करें। कर्तव्य आत्म चिंतन का विषय है।

कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठतम संकाय सदस्य श्रीमती प्रेरणा शर्मा ने किया उन्होंने जीना इसी का नाम है गीत प्रस्तुत किया इकाई सचिव डॉ. संतोष कुमार ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो0 मनीषा शर्मा, तबला वादक देवेंद्र कुमार सक्सेना बागवान पाथुलाल सहायक कर्मचारी रामकुमार व सीमा ने सहयोग किया

इस कार्यक्रम में समस्त संकाय सदस्य एवं छात्राएँ उपस्थित रहीं।

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