आज दिनांक 20 नवंबर 2025 को राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में परीक्षा प्रबंधन कार्यशाला (Exam Management Workshop) का आयोजन किया गया। यह विशेष कार्यक्रम विद्यार्थियों को परीक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ एवं व्यवहारिक टिप्स प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन, संयोजन एवं अवधारणा डॉ. सुगंधा वर्मा, संयोजक एवं प्रभारी सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट समिति द्वारा की गई। यह कार्यशाला सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट समिति एवं IQAC के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य एवं संरक्षक प्रो. प्रभात द्विवेदी जी ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. द्विवेदी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि परीक्षा केवल अंक प्राप्त करने का माध्यम नहीं, बल्कि आत्म-अनुशासन, समय प्रबंधन और धैर्य की वास्तविक परीक्षा भी है। यदि विद्यार्थी सही योजना, सकारात्मक सोच और निरंतर अभ्यास के साथ तैयारी करें तो किसी भी परीक्षा को सरल बनाया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि महाविद्यालय द्वारा समय-समय पर इस प्रकार की कार्यशालाएँ आयोजित कर विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, लक्ष्य-निर्धारण एवं तनाव-प्रबंधन जैसे कौशलों को मज़बूती देने का प्रयास किया जाता है।
महाविद्यालय के मुख्य शास्त्ता एवं वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ किशोर सिंह चौहान ने भी आध्यात्मिकता के पहलुओं पर प्रकाश डाला और विद्यार्थियों को परीक्षा एवं जीवन जीने में इसके महत्व को समझाया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ताओं के रूप में डॉ खुशपाल (सहायक प्रोफेसर, इतिहास एवं परीक्षा प्रभारी), डॉ. सुगंधा वर्मा (सहायक प्रोफेसर, वाणिज्य विभाग एवं संयोजक), तथा डॉ. निशि दुबे (सहायक प्राध्यापक, गृह विज्ञान एवं सदस्य, सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट समिति) ने विद्यार्थियों को विभिन्न बिंदुओं पर मार्गदर्शन प्रदान किया।
परीक्षा प्रभारी डॉ खुशपाल ने विद्यार्थियों को परीक्षा से पूर्व की जाने वाली विशेष दस्तावेजों की तैयारी एवं परीक्षा वाले दिनों में लागू होने वाले नियमों से अवगत कराया।
कार्यक्रम संयोजक एवं संचालिका डॉ सुगंधा वर्मा ने अपने सत्र में परीक्षा की प्रभावी तैयारी, समय प्रबंधन, प्रश्न-पत्र विश्लेषण, उत्तर लेखन कौशल, और डिजिटल संसाधनों के बेहतर उपयोग जैसे व्यावहारिक विषयों पर विस्तार से चर्चा की। विद्यार्थियों को अध्ययन की योजना बनाने, प्राथमिकताओं का निर्धारण करने, पुनरावृत्ति की उचित रणनीति अपनाने तथा सोशल मीडिया जैसे व्याकुल करने वाले कारकों से दूरी बनाने की भी उपयोगी सलाह दी गई। इसके अतिरिक्त सामन्यत: विद्यार्थियों द्वारा की जाने वाली गलतियों के प्रति भी छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया।
डॉ निशि दुबे ने अपने सत्र में विद्यार्थियों को परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव एवं दवाब से निपटने के उपाय, समय प्रबंधन, दिनचर्या और खानपान को व्यवस्थित बनाने से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी जिससे छात्र-छात्राएं बिना दबाव के परीक्षा दे पाने में सक्षम बनें।
इसके साथ-साथ डॉ. रजनी चमोली (सहायक प्राध्यापक, रसायन विज्ञान, IQAC प्रभारी एवं समर्थ नोडल अधिकारी) ने भी विद्यार्थियों को परीक्षा फार्म भरने से संबंधित संपूर्ण प्रक्रिया से अवगत कराया और महत्वपूर्ण दिशानिर्देश भी दिए।
कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने परीक्षा से संबंधित अपनी शंकाएँ विशेषज्ञों से साझा कीं और कार्यक्रम को अत्यंत ही लाभप्रद बताया।
कार्यशाला समापन में डॉ. सुगंधा वर्मा ने सभी अतिथियों, वक्ताओं, IQAC तथा सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट समिति के सदस्यों एवं विद्यार्थियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। तकनीकी सहयोग प्रदान करने के लिए विशेष रूप से डॉ बृजेश चौहान के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही श्री मदन सिंह को भी उनके सहयोग के लिए धन्यवाद प्रेषित किया। कार्यक्रम का संचालन भी डॉ. सुगंधा वर्मा द्वारा ही किया गया।
इस अवसर पर डॉ विनीत कुमार, डॉ यशवंत सिंह, डॉ आराधना राठौर, डॉ नेहा बिष्ट, डॉ मंजू पांडे, डॉ अशोक कुमार अग्रवाल, डॉ प्रभदीप सिंह, श्री राजेश राणा, श्री रोशन लाल, श्री होशियार सिंह, श्री जीतेन्द्र पंवार, श्री रमेश चंद्र एवं बड़ी संख्या में प्रथम सेमेस्टर के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।


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