भारत सरकार की राष्ट्रीय युवा सांसद योजना के चौथे संस्करण के अंतर्गत कल दिनांक 30 अगस्त 2024 को राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में राजनीति विज्ञान विभाग के तत्वाधान में युवा संसद का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम के सूत्रधार व संयोजक रहे राजनीति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ विनीत कुमार ने प्राचार्य की अनुमति प्राप्त कर कार्यक्रम की पृष्ठभूमि से अवगत कराया और युवा संसद की कार्यवाही आरंभ करवाई।

राष्ट्रगीत वंदे मातरम के साथ युवा संसद की प्रक्रिया शुरू हुई व संसद में पक्ष विपक्ष प्रतिवेदक पत्रकार तथा दर्शक दीर्घा की व्यवस्था अनुसार कार्यवाही संचालित की गई, नवनिर्वाचित सांसदों विद्यार्थियों की शपथ ग्रहण के पश्चात मानसून सत्र आरंभ किया गया।

वायनाड तथा नेपाल की दुर्घटनाओं पर दुख व्यक्त करते हुए अध्यक्ष के आह्वान पर मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, कार्यवाही के दौरान विपक्ष की ओर से रोजगार, अग्नि वीर योजना, महिला सुरक्षा, जी.एस.टी तथा पेरिस ओलंपिक जैसे समसामयिक और ज्वलंत मुद्दों को उठाया गया और जोरदार सवाल पूछे गए, जिनका सत्ता पक्ष में बैठे मंत्रियों की ओर से संतोषजनक उत्तर दिया गया।

साथ ही बैंकिंग कानून विधेयक 2024 तथा रक्षा अंतर सेवा संगठन अधिनियम पर विस्तार पूर्वक चर्चा भी की गई, युवा संसद की कार्यवाही के दौरान अमेरिका से आए प्रतिनिधिमंडल का स्वागत भी किया गया। अंत में ध्वनि मत से रक्षा अंतर सेवा संगठन अधिनियम को अध्यक्ष की स्वीकृति प्राप्त हुई।

सदन की कार्रवाई के पश्चात प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी ने कार्यक्रम तथा प्रतिभागियों की भूरी भूरी प्रशंसा की और कहा कि बहुत ही अल्प समयावधि में इतना व्यवस्थित कार्यक्रम संपन्न करवाया गया जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं।

उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि वह सकारात्मक राजनीति की ओर अग्रसर हों। तथा आपसी मतभेद भुलाकर देश,समाज, जनता व महाविद्यालय के विकास हेतु अपना योगदान देने का प्रयास करें। ईमानदारी, सत्य, कर्तव्य निष्ठा और समर्पण भाव से अभियुक्त होकर राष्ट्र निर्माण और एकता अखंडता सौहार्द का वातावरण समाज में बने इसके लिए कृत संकल्प धारण करें।

कार्यक्रम के अंत में पुरस्कार वितरण समारोह में विजेताओं और प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।

कु. विजयलक्ष्मी को प्रथम स्थान, आयुषी, निर्मला तथा शिवानी पंवार को द्वितीय तथा कपिल भट्ट, शालिनी व बिंदु पंवार को तृतीय स्थान के पुरस्कारों से नवाजा गया।

भूगोल के प्राध्यापक डॉ.किशोर चौहान ने भी प्रतिभागियों को उच्च स्तरीय कार्यक्रम के आयोजन के लिए साधुवाद प्रेषित किया।

निर्णायक मंडल में डॉ.भूपेश चंद्र पंत तथा डॉ. सुगंधा वर्मा ने अपना योगदान दिया।

प्रतिभागी छात्र-छात्राओं में गौरव,आंचल, नंदिनी, आशिका पंवार, श्वेता विजल्वाण, आरती, दिया, मानसी आंचल, अंजलि तथा अनुज सम्मिलित रहे।

साथ ही महाविद्यालय के तमाम प्राध्यापक गण जिनमें डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ, आराधना सिंह, डॉ. खुशपाल, डॉ.रजनी, डॉ.बृजेश चौहान, डॉ. कृष्णा डबराल, डॉ.वैभव कुमार, डॉ.अराधना राठौर, डॉ. निशि दुबे, डॉ.अशोक कुमार अग्रवाल, डॉ.आलोक बिजल्वाण, डॉ. कपिल सेमवाल, डॉ. रामचंद्र नौटियाल तथा शिक्षणेत्तर कर्मचारियों में स्वर्ण सिंह गुलेरिया अंबीर सिंह चौहान, मदन सिंह, श्रीमती हिमानी, श्रीमती विजयलक्ष्मी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।