• विश्व के 10 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में आचार्य बालकृष्ण शामिल

हरिद्वार: यूएसए की विश्वविख्यात स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी एवं यूरोपियन पब्लिशर्स एल्सेवियर द्वारा जारी विश्व के अग्रणी वैज्ञानिकों की सूची में आचार्य बालकृष्ण को शामिल किया गया है, जिससे न केवल पतंजलि अपितु आयुर्वेद व योग के प्रति निष्ठा रखने वाले वैज्ञानिक व अनुसंधानकर्ता सभी गौरवान्वित अनुभव कर रहे हैं।

इससे पहले यूएनओ की संस्था (यूएनएसडीजी) द्वारा भी आचार्य बालकृष्ण को सम्मानित किया गया था। योगऋषि स्वामी रामदेव ने कहा कि आचार्य जी ने विश्व के अग्रणी व ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिकों में स्थान प्राप्त कर बॉटनी बेस्ड मेडिसिन सिस्टम, योग-आयुर्वेद चिकित्सा तथा चिकित्सा के परिणामों को वैश्विक स्तर पर गौरवान्वित किया है।

आयुर्वेद के क्षेत्र में कार्य करने वाली पतंजलि पहली ऐसी संस्था है जिसके पास एनएबीएच मान्यता प्राप्त दो हॉस्पिटल के साथ मान्यता प्राप्त विश्वस्तरीय अनुसंधान प्रयोगशालायें हैं।

आचार्य जी के नेतृत्व में संचालित पतंजलि अनुसंधान संस्थान के अन्तर्गत अनेकों आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों पर वृहद् स्तर पर अनुसंधान करके उन्हें विभिन्न विश्व प्रसिद्ध रिसर्च जर्नल्स में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया। यहाँ लगभग 500 वैज्ञानिक निरंतर शोधकार्य में संलग्न हैं।

इसके साथ ही आचार्य बालकृष्ण ने सैकड़ों ग्रन्थों, वनस्पति आधारित पुस्तकों, पाण्डुलिपी आधारित पुस्तकों की रचना कर अद्वितीय कार्य किया है। योग-आयुर्वेद में ही 80 भाषाओं में रिसर्च बेस्ड पब्लिकेशन्स हैं।

वर्ल्ड हर्बल इन्साइक्लोपीडिया ऐसी ही कालजयी रचना है जो आने वाली कई पीढि़यों के लिए प्रेरणाप्रद तथा मार्गदर्शक की भूमिका निभाएगा। इसके 109 भागों में से 51 भागों का प्रकाशन हो चुका है, शेष 58 भाग आने वाले कुछ वर्षों में प्रकाशित किए जाने का लक्ष्य है।