वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर देहरादून में आज दिनांक 30/09/2022 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ।

कार्यशाला की अध्यक्षता महाविद्यालय संरक्षक प्राचार्य प्रोफ डॉक्टर जी आर सेमवाल द्वारा की गई।

कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में श्री देव सुमन विश्वविद्यालय से प्रोफेसर (डॉ) दिनेश चंद् गोस्वामी (संयोजक, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 समिति, श्री देव सुमन विश्वविद्यालय) तथा प्रोफेसर (डॉ) डी के चौधरी (सदस्य सचिव, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, श्री देव सुमन विश्वविद्यालय) द्वारा मुख्य वक्ता के रूप में प्रतिभाग किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन द्वारा किया गया तत्पश्चात संस्कृत विभाग की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना व स्वागत गीत की प्रस्तुति दी गई।

कार्यशाला का संचालन हिंदी विभाग की सहायक आचार्य, डॉ नीलम ध्यानी व राजनीति विभाग की सहायक आचार्य, डॉ राजकुमारी भंडारी द्वारा किया गया। महाविद्यालय की मुख्य शास्ता एवं कार्यशाला की समन्वयक डॉ राखी डिमरी द्वारा मुख्य वक्ताओं का परिचय दिया गया, साथ ही कार्यशाला में उपस्थित समस्त छात्र छात्राओं को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की रूपरेखा से अवगत कराया गया। कार्यशाला के मुख्य वक्ता प्रोफ गोस्वामी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में विस्तार से चर्चा की, साथ ही उन्होंने समस्त छात्र छात्राओं को बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का कार्य 2015 से प्रारंभ हो गया था तथा संपूर्ण होने के पश्चात यह सफलतापूर्वक वर्तमान सत्र में लागू कर दी गई है।

प्रोफ़ेसर गोस्वामी ने पाठ्यक्रम की संरचना, महत्व एवं उपयोगिता पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही सत्र समाप्ति पर सभी छात्र-छात्राओं तथा प्राध्यापकों के सवालों को भी सहजता के साथ न केवल सुलझाया व संतुष्टि पूर्ण जवाब भी दिए।

दूसरे सत्र में प्रोफ़ेसर डॉ डी के चौधरी ने सभी छात्र छात्राओं व प्राध्यापक वर्ग को वोकेशनल एवं स्किल डेवलपमेंट कोर्स के बारे में बताया तथा एकेडमीके क्रेडिट बैंक सिस्टम की संरचना के बारे में भी विस्तार से समझाया। कार्यशाला में वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफेसर (डॉ) आर एस गंगवार ने सभी छात्र छात्राओं को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की शुभारंभ होने की शुभकामनाएं दी एवं समय-समय पर अपनी शंकाओं के निवारण के लिए प्राध्यापक वर्ग से संवाद बनाए रखने की सलाह दी।

कार्यशाला की समाप्ति प्राचार्य के अध्यक्षीय भाषण के साथ हुई। जिसमें उन्होंने व्यवसायिकपरक शिक्षा की उपयोगिता के बारे में बताया साथ ही छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आयामों के बारे में भी समझाया।

कार्यशाला में प्राध्यापक वर्ग में डॉक्टर विजय सिंह नेगी, डॉक्टर आशाराम बिजलवान, डॉ रोशन, डॉ माधुरी रावत, डॉ सीमा, डॉ राकेश मोहन नौटियाल, डॉ आर पी बडोनी, डॉ पूजा पालीवाल, डॉ पूजा राठौर, डॉक्टर विनोद रावत, श्रीमती भावना, डॉ श्वेता पांडे, मीडिया प्रभारी डॉ दीप्ति बगवाड़ी, डॉ रुचि बहुखंडी, कार्यालय से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री मनमोहन, श्री अशोक कंडारी श्रीमती सोनी डिमरी आदि उपस्थित रहे।