पण्डित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश, श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग एवं संस्कृत परिषद् के तत्त्वावधान में आज संस्कृत सप्ताह समापन समारोह एवं पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि परिसर निदेशक प्रो. एम.एस. रावत और विशिष्ट अतिथि कला संकायाध्यक्ष प्रो. डी.सी. गोस्वामी थे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं वाग्देवी सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख पुष्प अर्पण एवं मंगलाचरण के साथ हुआ। अंशिका एवं सुषमा के द्वारा सुन्दर सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की गई ।
संस्कृत परिषद् के पदाधिकारियों द्वारा समस्त गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया गया । संस्कृत विभाग के शोध-छात्र उद्धव भट्ट ने संस्कृत दिवस एवं संस्कृत सप्ताह के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए संस्कृत भाषा के माहात्म्य को रेखांकित किया ।
एम०ए० तृतीय सेमेस्टर के छात्र आयुष ने देववाणी संस्कृत के वैभव पर प्रकाश डाला एवं संस्कृत भाषा में सुंदर ध्येय मंत्र प्रस्तुत किया । रोहित आर्य एवं वंदना ने भी सुंदर गीत एवं राष्ट्रार्चन प्रस्तुत किया ।परिषद् की उपाध्यक्ष गुंजन के द्वारा परिषद् के वर्ष भर के क्रिया कलापों पर आधारित वार्षिक आख्या प्रस्तुत की गई ।
इसके पश्चात् पारितोषिक वितरण कार्यक्रम प्रारंभ हुआ जिसमें ‘संस्कृत दिवस का महत्त्व’ विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में वंदना को प्रथम, मानसी को द्वितीय एवं अंजलि भट्ट को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ ।
‘भारतीय ज्ञान परंपरा मूल्यपरक शिक्षा का आधार है’ विषय पर आधारित निबंध प्रतियोगिता में आयुषी प्रथम , गुंजन एवं फूलमती द्वितीय, लताशा तथा निकिता तृतीय स्थान पर रहीं ।पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता में गुंजन प्रथम , निकिता द्वितीय एवं आयुषी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया ।
श्लोक वाचन प्रतियोगिता में आयुष प्रथम , लताशा द्वितीय एवं विपिन तृतीय स्थान पर रहे । मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट ने सभी प्रतिभागियों को बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं ।
मुख्य अतिथि परिसर निदेशक प्रो० एम०एस० रावत ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को निष्ठापूर्वक अपने कर्तव्य का पालन करने तथा शिक्षणेत्तर गतिविधियों में प्रतिभाग करने हेतु प्रेरित किया ।
विशिष्ट अतिथि प्रो० डी०सी० गोस्वामी ने विद्यार्थियों से संस्कृत में संभाषण करने एवं उसे जन-जन की भाषा बनाने का आह्वान किया ।
अन्य गणमान्य अतिथियों में वाणिज्य संकाय की संकायाध्यक्ष प्रो० कंचन लता सिन्हा एवं भूगोल विभाग की प्रो० अरुणा सूत्रधार , प्रो० अंजनी कुमार दूबे , शिक्षा शास्त्र विभाग के डॉ० अटल बिहारी त्रिपाठी , समाज शास्त्र विभाग से सुवर्णा नौटियाल एवं डॉ० केदार सिंह बिष्ट ने भी अपने वक्तव्य के माध्यम से विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया ।
इस अवसर पर प्रो० हेमलता मिश्रा, प्रो० अधीर कुमार एवं प्रो० डी०के०पी० चौधरी ने विद्यार्थियों को सफलता के सूत्र बताते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं ।
बेतालघाट महाविद्यालय , नैनीताल के प्राचार्य के आशीर्वचनों का सौभाग्य भी विद्यार्थियों को प्राप्त हुआ । कार्यक्रम का संचालन संस्कृत परिषद् की संयोजिका एवं विभागाध्यक्षा संस्कृत प्रो० पूनम पाठक द्वारा किया गया ।
परिषद् के पदाधिकारियों द्वारा शान्ति पाठ के माध्यम से संपूर्ण सृष्टि के मंगल हेतु कामना की गई ।