राजकीय महाविद्यालय बलुवाकोट मे शोभन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के एजुकेशन विभाग के लक्ष्मी देवी टम्टा महिला अध्ययन केंद्र और राजकीय महाविद्यालय बलुवाकोट के संयुक्त तत्वाधान में भारत की वंचित समूह का सशक्तिकरण : विषमताओं व चुनौतियों का समाधान एवं भविष्य की दिशा, विषय पर एक दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन।
राजकीय महाविद्यालय बलुवाकोट मे मुख्य अतिथि श्रीमती विजया रानी ढोंडियाल विशिष्ट अथिति प्रोफेसर सिद्धेश्वर सिंह प्राचार्य राजकीय पीजी कॉलेज गणाई गंगोली, प्राचार्य डॉ सुभाष वर्मा सेमिनार की कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर संगीता डा रंजीत माथुर, डॉ पूर्णिमा विश्वकर्मा डॉ अतुल चंद आदि के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ हुआ
तुरंत बाद महाविद्यालय की छात्राएं कु मनीष गोस्वामी कु रिया कु खुशी कु गंगोत्री कुमारी प्रिया आदि के द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में प्रो विजया ढौढियाल ने लैंगिक असमानता के विभिन्न पहलुओं को उजागर करते हुए विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की ।
प्रोफेसर सिद्धेश्वर सिंह ने 21वीं सदी में हिंदी कविता में वांछित स्वर विषय पर अपने उद्बोधन दिए और कविता पाठ किया कविता के माध्यम से कटाक्ष करते हुए विभिन्न असमानताओं को दूर करने की बात कही।
धर्म समाज कॉलेज अलीगढ़ से आए डॉ माथुर ने वर्तमान में हो रहे वंचित समूह की असमानताओं पर अपने विचार प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर पूर्णिमा विश्वकर्मा और डॉक्टर संदीप कुमार ने किया।
प्रोफेसर सुभाष वर्मा ने कहा की इस वंचित और ओबीसी घोषित क्षेत्र में विश्वविद्यालय के सहयोग से सेमिनार करना इस क्षेत्र के लिए हर्ष का विषय है इस सेमिनार के द्वारा वंचित समूह के विभिन्न समस्याओं और उसके निदान पर विस्तृत चर्चा की जाएगी और इससे समाज को बहुत ही लाभ प्राप्त होगा।
कार्यक्रम के अंत में वोट आफ थैंक्स डॉ अतुलचंद द्वारा किया गया जिसमें सभी सहयोगियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रस्थान योजना से समाज को बहुत ही लाभ प्राप्त हो रहा है और इससे समाज के लिए नई नीति बनाने में सहायता होगी।
सेमिनार में पैटर्न उच्च शिक्षा निदेशक डॉ कमल किशोर पांडे ने अपने उद्बोधन में कहा कि दलितों पिछड़ों महिलाओं आदि के लिए भारत सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसका लाभ उन्हें प्राप्त हो रहा है महाविद्यालय एक प्लेटफार्म के रूप में उन्हें सहयोग प्रदान कर रहा है।
आज प्रथम दिन तीन सत्र आयोजित किए गए जिसमें कुल 21 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए सेमिनार हाइब्रिड मोड में था बहुत से लोगों ने ऑनलाइन शोध पत्र प्रस्तुत किया।
डॉ नंदिनी डॉ अनिता जोशी डॉ द्विजेश, डॉ नीलम डॉ टच पांडे डॉ अरुण चतुर्वेदी प्रोफेसर अंजू वर्मा डॉ हेमंत कुमार बिनवाल दीपिका निशा राणा आकांक्षा डॉक्टर अपर्णा डॉ प्रिया कुरकुरे हर्षा रक्षिता निशांत अविनाश हिमाद्री विश्नोई ममता जोशी पूर्णिमा बिष्ट चंपा आर्य छाया देखराज डॉ सोनी टमता डॉ रंजीत आदि ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर उद्यमिता विभाग महाविद्यालय के द्वारा छात्र-छात्राओं के सहयोग से प्रभारी सुश्री डॉक्टर चंद्रा नांदल के द्वारा एक स्टॉल क्षेत्रीय जड़ी बूटी और घी एवं शहद का लगाया गया जो की आकर्षण का केंद्र बना।
ऑनलाइन सत्र का संचालन डॉ राहुल तिवारी डॉ भागवत जोशी डॉ पूर्णिमा विश्वकर्मा डॉ चंद्रा नबियाल डॉ संदीप कुमार आदि ने किया डा पिंकी डॉ संगीता डॉ कुलबीर सिंह राणा डाॅ चंद्रकांत तिवारी डॉ सुनील कुमार श्री वीरेंद्र जंगपांगी श्री विकास सिंह श्री मनोज कुमार श्रीमती देवकी श्रीमती आशा श्रीमती अनीता आदि ने सहयोग किया।