हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार के भगवानपुर में हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर निकली शोभायात्रा मे हुए बवाल के बाद हरिद्वार के संतों में इस मामले के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी ना होने से नाराजगी दिखाई दे रही है।

संतो द्वारा बनाई गई काली सेना और धर्म संसद के आयोजकों ने भगवानपुर के डाडा जलालपुर में आगामी 27 अप्रैल को महापंचायत करने का फैसला लिया है जिसको लेकर जिला प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई है।

हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर भगवानपुर में हुए बवाल के बाद हिंदू संगठनों और धर्मनगरी हरिद्वार के संतो द्वारा आरोपियों को पकड़ने के लिए जिला प्रशासन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है लेकिन वहा की मस्जिद के मुख्य इमाम जो बवाल का मुख्य आरोपी है उसके पुलिस की गिरफ्त से बाहर होने के कारण संतों में खासी नाराजगी दिखाई दे रही है जिसके चलते हरिद्वार में धर्म संसद के आयोजकों और काली सेना द्वारा आगामी 27 अप्रैल को भगवानपुर के गॉव डाडा जलालपुर में महापंचायत करने की घोषणा की गई है जिसके विषय में अधिक जानकारी देते हुए शांभवी आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि उनके द्वारा पुलिस को लगातार कहा जा रहा था कि मुख्य आरोपी इमाम के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए लेकिन मुख्य आरोपी इमाम अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और अगर 7 दिनों में इमाम की गिरफ्तारी नहीं होती है तो काली सेना और धर्म संसद द्वारा भगवानपुर के गांव में महापंचायत करने का फैसला लिया गया है अगर महापंचायत में किसी तरह का बवाल होता है तो उसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

वही महापंचायत पर बोलते हुए महामंडलेश्वर प्रबोधनंद ने कहा कि धर्मगुरुओं द्वारा हिंदू धर्म की रक्षा के लिए भाजपा समर्थित केंद्र सरकार को अपना समर्थन दिया गया था लेकिन केंद्र सरकार भी हिंदुओं के साथ हो रहे अन्याय पर चुप्पी साधे है इसलिए काली सेना द्वारा भगवानपुर के गांव डाडा जलालपुर में आगामी 27 अप्रैल को महापंचायत करने का फैसला लिया गया है।