हरिद्वार: चार धाम यात्रा को लेकर 19 तारीख तक पंजीकरण पर रोक लगी थी। आज सुबह ऋषिकुल मैदान स्थित पंजीकरण सेंटर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगने लगी और बढ़ती हुई भीड़ ने परेशान होकर जमकर हंगामा काटा। उनकी पुलिस के साथ तीखी नोकझोक भी हुई।
वहीं उत्तराखंड चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को लेकर सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है।सरकार ने आगामी 31 मई तक ऑफलाइन पंजीकरण बंद कर दिए है।
आज को उत्तराखंड सचिवालय देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में ये फैसला लिया गया।
सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण बंद नहीं किए है, लेकिन ऑनलाइन पंजीकरण में आपको दर्शन के लिए 20 जून के बाद ही तारीख मिलेगी।क्योंकि ऑनलाइन पंजीकरण में भी 20 जून तक के स्लॉट भरे हुए है।
सोमवार को भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में उच्च अधिकारियों के साथ की बैठक के दौरान सीएम धामी ने अधिकारियों को 31 मई तक ऑफलाइन पंजीकरण बंद करने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम और यात्रा मार्ग पर पेयजल और विद्युत आपूर्ति की समीक्षा करते हुए सीएम धामी ने श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित करने के लिए टूर ऑपरेटर्स संबंधित एडवाइजरी जारी करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जो भी पर्यटक बिना पंजीकरण के चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं, उनकी सुविधा के लिए पुलिस और पर्यटन विभाग आपसी सामंजस्य बनाकर चारधाम के अलावा भी राज्य के अन्य धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटक स्थलों के लिए डायवर्जन प्लान तैयार करने के साथ ही चारधाम में ड्यूटी पर तैनात सभी सुरक्षाकर्मी अनुशासन को ध्यान में रखते हुए सम्मान के साथ श्रद्धालुओं से व्यवहार करें।
आपको बताते चलें कि गंगोत्री-यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट दस मई को खुलने के बाद 12 मई के बदरीनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं।
यात्रा के पहले सप्ताह में बड़ी संख्या में श्रद्धालु यमुनोत्री धाम पहुंच गए थे, जिससे यमुनोत्री धाम में सारी व्यवस्थाएं चरमरा गई थी। यहीं कारण है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बीते दिनों उत्तरकाशी का दौरा किया था और चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को जायजा लिया था।
तभी से लगातार सीएम धामी चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं पर नजर बनाए है और हर दूसरे-तीसरे दिन बैठक कर चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे है। धीरे-धीरे चारधाम यात्रा की तमाम व्यवस्थाएं पटरी पर आ गई है।
सरकार ने बीती 15 मई से चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक लगा रखी है, जिस कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार और ऋषिकेश में रूके हुए है। ऐसे में कई बार श्रद्धालु ऑफलाइन पंजीकरण खोले जाने की मांग को लेकर हंगामा भी कर रहे है।