हरिद्वार: जिला अस्पताल में इंटर्न से ईएमओ के छेड़खानी करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। ईएमओ ने भी एसएसपी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाए हैं। नगर कोतवाली पुलिस ने पीड़िता के कोर्ट में सीआरपीसी 164 के तहत बयान दर्ज करा दिए हैं।
पुलिस के अनुसार, एक व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज कराया था कि उसकी बेटी जिला अस्पताल में दिसंबर 2023 से ट्रेनिंग ले रही थी। बुधवार देर शाम ईएमओ डॉ. अनस जाहिद ने बेटी को बुलाकर ड्यूटी रूम में ले जाकर जबरदस्ती करने की कोशिश की थी, विरोध करने पर डरा धमका कर अश्लील हरकत की। मामले में महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था।
कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा के मुताबिक पीड़िता के कोर्ट में बयान दर्ज कराए गए हैं। अब आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, ईएमओ डॉ. अनस जाहिद ने एसएसपी शिकायत प्रकोष्ठ में शिकायत देकर बताया कि इंर्टन कर रही युवती ने 11 जून की शाम को एक मरीज के इमरजेंसी में भर्ती होने पर उससे 300 रुपये लिए थे। मरीज के हंगामा करने पर उन्होंने इंर्टन से बुलाकर पूछताछ कर इंटर्नशिप के कागज मांगे थे, वह कागज नहीं दे पाई।
12 जून को उसे सख्त हिदायत देते हुए अस्पताल न जाने की हिदायत दी। तब उसने डॉक्टर रूम में आकर गाली- गलौज की और छेड़खानी के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी थी। उसी समय उसके पिता ने आकर भी सरकारी कार्य में बाधा डाली और उसे थप्पड़ मार दिया।
प्रांतीय चिकित्सा संघ के हरिद्वार जिलाध्यक्ष यशपाल तोमर के मुताबिक मामले की पूरी निष्पक्ष तरह से जांच की जानी चाहिए। जो भी दोषी है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
कार्यवाहक सीएमएस जिला अस्पताल हरिद्वार डॉ. विकास दीप के मुताबिक डॉ. अनस जाहिद की तरफ से लिखित में अपना पक्ष अस्पताल प्रशासन को सौंपा गया है। जिसमें उन्होंने खुद को बेकसूर बताया है। लिखित रिपोर्ट को उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा।
सीएमओ के निर्देश पर मामले की जांच के लिए गठित टीम जल्द अपनी रिपोर्ट अस्पताल प्रशासन को सौंपेगी। जिसकी भी गलती होगी उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।