हरिद्वार: बच्चे की हत्या करने वाले आरोपी को कलियर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर उसको कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
आरोपी पेशेवर अपराधी है और उसके खिलाफ दिल्ली, मेरठ व अन्य थानों में लूट, हत्या व चोरी समेत कई संगीन धाराओं में भी मुकदमे दर्ज हैं।
बुधवार को सिविल लाइन कोतवाली रूड़की में हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने पत्रकारों को बताया कि 17 दिसंबर को कंट्रोल रूम पर एक महिला द्वारा सूचना दी गई थी कि उसके छोटे बेटे की हत्या बड़े बेटे द्वारा कर दी गई है। जिसके बाद जांच में पता लगा कि महिला जिसे बड़ा बेटा बता रही थी, दरअसल महिला उक्त व्यक्ति के साथ लिव-इन में रह रही थी।
महिला ने बताया था कि शनिवार की रात को उसका प्रेमी काशिफ उर्फ गोविंदा नशे में धुत होकर आया और उसके साथ गाली-गलौज करने लगा, जिसके कारण वह अपने 12 साल के बेटे को कमरे में छोड़कर दरगाह पर चली गई थी। सुबह कमरे पर आकर देखा तो कमरे से दोनों गायब थे। जब महिला की सूचना पर पुलिस ने पड़ताल की, तो पास में एक सीसीटीवी कैमरे में एक आरोपी कपड़े की गठरी ले जाता हुआ दिखाई दिया। पुलिस ने संदिग्ध देखते हुए आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास तेज किए, तो मालूम हुआ कि आरोपी प्रेमी ही बच्चे का शव कंबल और बोरी में लपेटकर लेकर गया था। जिसे उसने नहर में फेंक दिया था।
एसपी देहात ने बताया कि आरोपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए बच्चे के शव की तलाश की जा रही है। आरोपी के खिलाफ मेरठ और दिल्ली के थानों में भी हत्या, लूट, चोरी जैसी कई संगीन धाराओं में 9 मुकदमे दर्ज है।
बताया कि लोनी (गाजियाबाद) में पीड़िता मुस्कान अभियुक्त के बीच प्रेम संबंध बनने व पीड़िता के पति की मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण पीड़िता व अभियुक्त एक साथ रहने लगे, जो आसपास के लोगों को पसंद नहीं थे। जिस कारण पीड़िता अपने पुत्र के साथ आकर कलियर में रहने लगी थी। जिसके बाद अभियुक्त भी कलियर आकर महिला के साथ रहने लगा और काम के लिए मजदूरी करने लगा।
अभियुक्त शराब का आदि था और महिला पर शक भी करता था तथा नशे में आकर उसके नाबालिग बेटे की हत्या के प्रयास भी करता था मौका पाकर उसने 17 दिसंबर को उक्त घटना को अंजाम दे दिया।
पुलिस टीम में थानाध्यक्ष जहांगीर अली, हेड कांस्टेबल अलियास अली, जमशेद अली, सोनू कुमार, कॉन्स्टेबल राहुल नेगी, चालक संजीव कुमार, एसओजी कांस्टेबल अशोक, महिपाल और अब्दुल्ला मौजूद रहे।