संजीव शर्मा,हरिद्वार: बेजुबान जानवरों के प्रति हमदर्दी रखना, उनके प्रति सहानुभूति रखना, उनकी केयर करना जहां जानवरों के प्रति हमारी संवेदनशीलता दर्शाता है। वहीं कभी-कभी यह परेशानी का कारण भी बन जाता है ऐसा ही वाक्य सिद्धार्थ सहगल के साथ हो रहा है।

आपको बताते चलें कि सरकारी विद्यालय के मनोज सहगल के बेटे सिद्धार्थ सहगल पिछले 3 वर्षों से लॉकडाउन के समय से ही स्ट्रीट डॉग को रोज खाना देते आ रहे हैं क्योंकि लॉकडाउन के टाइम पर जब लोग घर से बाहर तक नहीं निकल रहे थे इंसानों के लिए भी लोग खाने की व्यवस्था कर रहे थे वहीं पर बेजुबान जानवर खासकर कुत्तों को देखकर उन्हें लगा कि इनके लिए भी खाने की व्यवस्था करनी चाहिए।

इसी क्रम में वह  मार्च 2020 से स्ट्रीट डॉग्स को रोज खाना देते आ रहे हैं और वह ऋषिकुल क्षेत्र से लेकर देश रक्षक चौराहे तक सभी स्ट्रीट डॉग को खाना देने का काम करते आ रहे हैं जिससे कि वे  भूखे ना रहें।

लगभग 2 साल में लॉकडाउन तो खत्म हो गया था लेकिन स्ट्रीट डॉग के प्रति जो उनके मन में प्यार था उससे अपने आपको दूर नहीं रख सके और उन्होंने अभी भी स्ट्रीट डॉग्स को जिनकी संख्या लगभग 70-80 है को खाना देने का क्रम लगातार जारी रखा हुआ है खाने में अंडे दूध बिस्कुट रोटी पेडिग्री और पनीर शामिल है।

लेकिन कुछ लोग खाना देने पर आपत्ति कर रहे हैं कि आप इन्हें यहां खाना नहीं दोगे नहीं तो हम आपकी रिपोर्ट कर देंगे ।

एक ओर जहां इस तरह बेजुबान जानवरों लिए सहानुभूति का कार्य करने वाले लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है वही समाज में कुछ ऐसे भी लोग हैं  इस तरह के कार्य करने वालों का विरोध कर रहे हैं।