हरिद्वार: रोशनाबाद स्थित दीप गंगा कॉलोनी के स्पेशल प्लॉट-1 (P-1) में क्रीडा स्थल तोड़े जाने की कार्रवाई ने विवाद का रूप ले लिया है।
कॉलोनी के बलिंदर चौधरी ने कहा है इस तरह बच्चों के कीड़ा स्थल को तोड़ना सरकार का बहुत ही निराशाजनक निर्णय है मंदिर को तोड़ना बहुत ही निराशा जनक है, इस तरह की कार्रवाई पूरे दीप गंगा के क्षेत्र में गुस्सा व रोस व्यापक है है इस पर पूरी कानूनी सलाह के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
कॉलोनी के सचिव, P-1 RWA ने इस मामले को लेकर वरिष्ठ नागरिकों और बिल्डर की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि जब पहले बिल्डर के खिलाफ डीएम और एसपी सिटी के पास शिकायतें की गईं, तब कई वरिष्ठ नागरिक आगे आए थे, लेकिन अब क्रीडा स्थल तोड़े जाने जैसी बड़ी कार्रवाई के समय वही लोग चुप्पी साधे बैठे हैं।
सचिव ने विशेष रूप से P-1 के वरिष्ठ नागरिकों पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी भी अच्छे कार्य को रोकने के लिए ये लोग तुरंत एकजुट हो जाते हैं, लेकिन आज जब वास्तव में P-1 को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, तो सभी अपने-अपने घरों में चुपचाप बैठे हैं।
“क्या सिर्फ P-1 को ही नुकसान उठाना था? आखिर क्यों P-2 और P-3 में ऐसी स्थिति नहीं होने दी गई, जबकि P-1 में क्रीडा स्थल तोड़कर बच्चों के भविष्य खिलवाड़ करने की साज़िश की गई,” उन्होंने सवाल उठाया।
सचिव ने आगे कहा कि बिल्डर लगातार अपना काम बिना किसी रुकावट के जारी रखे हुए है और उसे रोकने का कोई प्रयास नहीं किया गया। “क्या बिल्डर को जानबूझकर नहीं रोका गया? यह सवाल हर किसी के मन में है,” उन्होंने आरोप लगाया।
इस पूरे प्रकरण में उन्होंने कुछ वरिष्ठ नागरिकों — जिनमें श्री बलिंदर चौधरी जी, श्री डी.एन. मिश्रा, श्री सुनील शर्मा, श्री सचदेव शर्मा और श्री पुष्कर जी का नाम शामिल है — से भी सीधे जवाब मांगा है। उनका कहना है कि यदि किसी भी तरह का नोटिस या सूचना SIDCUL से आई थी, तो वह या तो इन वरिष्ठ नागरिकों के पास है या फिर बिल्डर के पास। RWA, P-1 को ऐसी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई।
आज जब बच्चों का क्रीडा स्थल तोड़ा जा रहा था, तब कुछ निवासियों ने मौके पर मौजूद SIDCUL अधिकारियों से अनुरोध किया कि उन्हें थोड़ा समय दिया जाए। लेकिन अधिकारियों का जवाब चौंकाने वाला था। उनका कहना था कि यह कार्रवाई उन्हीं वरिष्ठ नागरिकों के दबाव में की जा रही है, जो पहले खुद शिकायत लेकर SIDCUL पहुंचे थे।
इस घटनाक्रम ने दीप गंगा कॉलोनी में आंतरिक मतभेदों को और गहरा कर दिया है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार P-1 के निवासी किस तरह अपने अधिकारों की रक्षा करेंगे और क्या क्रीडा स्थल को बचाने के लिए कोई ठोस कदम उठाया जाएगा, या फिर यह विवाद भी धीरे-धीरे ठंडा पड़ जाएगा।