हरिद्वार: व्यापार मंडल ज्वालापुर ने हरिलोक तिराहे से लेकर सराय गाँव होते हुए एकड़ जाने वाली कई वर्षों से टूटी पड़ी सड़क को बनवाने हेतु अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग उत्तराखंड को ज्ञापन दिया।
बता दें कि ज्वालापुर हरिलोक तिराहे से शुरू होकर सराय गाँव के रास्ते एकड़ जाने वाली सड़क( सराय बाई पास रोड) पिछले 4 वर्ष से टूटी पड़ी है, सड़क में गहरे गहरे गड्ढे जगह जगह हो रहे हैं।
शहर व्यापार मंडल ज्वालापुर के महामंत्री विक्की तनेजा ने बताया कि ये सड़क सिंचाई विभाग, उत्तराखंड की है, 2019 मे स्वीडन के राजा जब सराय गाँव में कूड़ा प्लांट के शिलान्यास पर आये थे, तब रातों रात सड़क की उपरी सतह समान करके बनाई गई थी, उसके बाद से विभाग द्वारा इस सड़क की कोई सुध नही ली गई।
अनेक बार सिंचाई विभाग को विभिन्न माध्यमों से लिख कर भेजा गया, CCR में गत वर्ष काँवड मेले की बैठक में भी विषय रखा गया, परंतु विभाग ने कार्य नही किया, जबकि शासन, प्रशासन द्वारा इस सड़क के लिए 12 लाख रुपये भी गत वर्ष स्वीकृत किये गए थे, जिसमें केवल गड्ढों को मलबा,बजरी आदि से अस्थाई भर दिया गया, एक बारिश आते ही सड़क फिर से वैसी ही हो गई।
बताया कि बाद में अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग उत्तराखंड, सहायक अभियंता को अनेक बार whatsup द्वारा लिखा गया, परंतु सड़क निर्माण या सड़क संबंधित कोई कार्य नही हुआ।
विपिन गुप्ता, अध्यक्ष, शहर व्यापार मंडल ज्वालापुर ने कहा कि ये सड़क 80 से अधिक गांवों को जोड़ती है, लगभग 30 से अधिक आवासीय कॉलोनी जैसे हरिलोक, राजलोक, दक्ष, संदेश विहार, रतन विहार, शांति विहार, रुकमणि गार्डेन जैसी अनेक कॉलोनी इस सड़क के दाएं पड़ती है, 4 स्कूल भी इस क्षेत्र में आते हैं।
आये दिन इन गड्ढों की वजह से ई रिक्शा पलट जाती है, दो पहिया वाहन से दुर्घटनाएं हो रही है, बरसात का पानी भर जाने पर ये गड्ढे नजर नही आते, जिससे बड़ी दुर्घटना होने का सदैव भय बना रहता है, इस सड़क के दोनों और बहुत से व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी है।
बताया कि सहायक अभियंता, सिंचाई विभाग द्वारा अगस्त 2023 में यह आश्वासन दिया गया था कि बरसात के तुरंत बाद यह सड़क पूर्ण रूप से बना दी जाएगी और समस्या का समाधान कर दिया जाएगा परंतु वर्ष 2024 की बरसात बीत जाने के बाद भी सड़क की ना तो मरम्मत कराई गई और ना ही सड़क का निर्माण कराया गया आज स्थिति यह है की उसे सड़क के छोटे गड्ढे भी बहुत बड़े गड्ढों में तब्दील हो गए हैं..
पिछले 4 वर्ष से स्थानीय जनता बहुत अधिक असुविधा का सामना कर रही है, यहाँ तक की अपनी ही गाड़ी से अगर कोई मरीज या गर्भवती महिला इस सड़क से पास होगी तो वो अस्पताल तक भी नही पहुँच पायेगी।
बताया कि गढ्ढा मुक्त सड़क का आदेश पारित किया जा चुका है उसके बाद भी ये लगभग 3 किमी की सड़क यथावत है।