November 15, 2025

Naval Times News

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हर की पौड़ी से चण्डी देवी मन्दिर तक रोपवे की तैयारी, जिलाधिकारी ने ली बैठक

एनटीन्यूज़, हरिद्वार:  जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय ने शुक्रवार को मेला नियंत्रण भवन (सी0सी0आर0) के सभागार मे आयोजित बैठक में हरिद्वार शहर में हर की पौड़ी से चण्डी देवी मन्दिर तक यात्री रोपवे परियोजना के सम्बन्ध में सुनवाई की।

जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय को सुनवाई के दौरान जनरल मैनेजर, उत्तराखण्ड मैट्रो रेल, अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर एण्ड बिल्डिंग्स कंस्ट्रशन कारपोरेशन लिमिटेड ने हर की पौड़ी से चण्डी देवी मन्दिर तक यात्री रोपवे परियोजना के सम्बन्ध में बताया कि रोपवे हरकी पौड़ी से चण्डीदेवी मन्दिर तक होगा, इससे मां चण्डीदेवी मन्दिर तक पहुंचने में लोगों को समय की बचत होगी और इस परियोजना के निर्माण और संचालन के दौरान स्थानीय रोजगार के अवसर पैदा होंगे तथा बेहतर कनेक्टिविटी होने से उत्तराखण्ड राज्य में पर्यटन की वृद्धि होगी।

रोपवे के कुल तेरह टावर होंगे, कार्य प्रारम्भ होने से 24 महीने में रोपवे बनकर तैयार हो जायेगा।

सुनवाई के दौरान रोपवे के तकनीकी पहलू, पर्यावरण पर इसका क्या प्रभाव पड़ सकता है, भूकम्प, बाढ़, ध्वनि प्रदूषण, वनस्पतियों व जीव-जन्तुओं पर प्रभाव, भूस्खलन, पवन व चक्रवात, बादल फटना, मिट्टी के नमूनों की जांच, जल के नमूनों की जांच, ठोस कचरे आदि का निस्तारण, आपदा प्रबन्धन, जल प्रबन्धन और जल संरक्षण आदि पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।

सुनवाई के दौरान श्री मनोज विश्नोई, अध्यक्ष मां मंसा व्यापार मण्डल एवं श्री संजय त्रिवाल, जिला मंत्री व्यापार मण्डल ने अपना पक्ष रखते हुये कहा कि इस रोपवे की परियोजना से हरकीपौड़ी व आसपास स्थित व्यापारियों के व्यापार पर प्रभाव पड़ेगा।
बैठक में चण्डीदेवी मन्दिर में भीड़ प्रबन्धन आदि के सम्बन्ध में भी काफी चर्चा हुई, जिस पर जिलाधिकारी ने रेलवे के रिजर्वेशन का उदाहरण देते हुये कहा कि ट्रेन की पूरी सीटें आरक्षित हो जाने पर प्रतीक्षा में रख दिया जाता है। इसी तरह स्थानीय प्रशासन परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेता है। सुनवाई में चण्डी देवी मन्दिर के श्री राजकुमार मिश्रा ने कहा कि इस परियोजना में अगर पेड़ कटते हैं, तो उसकी जगह अधिक से अधिक पेड़ लगाये जाने चाहिये।

जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय ने सभी पक्षों को सुनने के बाद कहा कि इस रोपवे परियोजना के सम्बन्ध में सभी पक्षों का पूरा ध्यान रखा जायेगा, तभी कोई निर्णय लिया जायेगा।

इस अवसर पर डीजीएम सिविल श्री जयनन्दन सिन्हा, महाप्रबन्धक यूकेएनआरसी (सिविल) डॉ0 राघवेन्द्र शरण दुबे, डीजीएम/आरआईटीईएस लिमि0 गुड़गांव श्री दीपक कुमार जैन, श्री सुभाष चन्द, श्री पारस बौंठियाल, श्री मानव शर्मा, सामाजिक कार्यकर्त्ता श्री जे0पी0 बडोनी, श्री आदित्य, सुश्री सोनम रावत, श्री अजयबीर सिंह नेगी, श्री लक्ष्मण सिंह रावत, श्री चन्दन सिंह, श्री भगवान सिंह, श्री अरविन्द नेगी, श्री राकेश सिंह, श्री गौरव जोशी आदि उपस्थित थे।

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