राजस्थान, कोटा, 9 जुलाई 2022 : देवशयनी एकादशी, चातुर्मास एवं ईद की पूर्व संध्या पर भारत होटल कोटा के वातानुकूलित हाॅल में कोटा के विज्ञान ऋषि, डॉ 0 एपीजे अब्दुल कलाम अवार्ड एवं भारत गौरव सम्मान से विभूषित वरिष्ठ साहित्यकार शिक्षाविद डॉ 0 गणेश तारे के उपन्यास  पीपलिया आमडी का विमोचन भारत के प्रख्यात शायर व वाॅलीवुड गीतकार सईद कादरी, राजकीय कला महाविद्यालय कोटा के प्राचार्य डॉ 0 संजय भार्गव, प्रसिद्ध कथाकार समीक्षक विजय जोशी ने किया।

राजस्थान के वरिष्ठ साहित्यकार श्री नंदन चतुर्वेदी, प्रसिद्ध कथाकार समीक्षक विजय जोशी, पत्रकार सम्पादक डॉ 0 अनिल सुदर्शन ने पांडुलिपि पढ़कर सार गर्भित अभिमत व्यक्त किए….

इस अवसर पर प्रदेश के भूजल विभाग के डॉ 0 विवेक नारायण भावे (अधीक्षण भूजल वैज्ञानिक एवं राज्य नोडल अधिकारी अटल भूजल योजना), प्रसिद्ध साहित्यकार शिक्षाधिकारी डॉ 0 अतुल चतुर्वेदी, उपन्यासकार पुरूषोत्तम पंचोली, पूर्व प्राचार्य कालेज शिक्षा मृदुला खांडेकर, संस्कृति संगीत समाजसेवी आर्ट्स कला कन्या महाविद्यालय कोटा के तबला वादक देवेंद्र कुमार सक्सेना, पुस्तकालय अध्यक्ष लेखक डॉ 0 दीपक श्रीवास्तव, आयोजन समिति के प्रमुख चम्बल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के संस्थापक निदेशक डॉ 0 सिध्दार्थ कपिल, अल्बर्ट आइंस्टाइन बी एड कालेज की प्राचार्य डॉ 0 गीता चतुर्वेदी, तारे सैकंडरी स्कूल की प्राचार्य नयना तारे, शोधार्थी शिक्षा कर्मी ज्योत्सना शर्मा सहित बड़ी संख्या में साहित्य रसिक मौजूद थे।

कार्यक्रम का सधा और रोचक संचालन डॉ 0 रेणु श्रीवास्तव ने किया। समारोह के आरंभ में भगवान श्री गणेश के समक्ष लेखक व अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित किया…

सही रूप उभरेगा उस दिन मानव के उत्थान का ।
जिस दिन होगा मिलन विश्व में धर्म और विज्ञान का ।।

मुख्य अतिथि सईद कादरी ने डॉ 0 तारे के उपन्यास की प्रशंसा करते हुए कहा कि-” पटकथा अंदाज में अपनी बात को कहना और बात कहते कहते सरलता के साथ समाज में फैली कुरीतियों और अंधविश्वासों को उजागर करने में डाॅ 0 गणेश तारे को महारत हासिल है।
मुझे विश्वास है यह उपन्यास भावी पीढ़ी का मार्गदर्शन करेगा और उनकी सोच को वैश्विक व वैज्ञानिक बनायेगा,,

प्रसिद्ध कथाकार समीक्षक विजय जोशी ने कहा कि डॉ 0 तारे ने उपन्यास पीपलिया आमडी के चालीस पृष्ठों में भारतीय गुरु शिष्य परम्परा पर एकाग्र प्रेरणा दायक चित्राकंन किया अंत में अंधविश्वास और रूढ़िवादी परम्पराओं से मुक्ति के लिए पात्रों के माध्यम से पाठकों को प्रेरित किया।

डॉ 0 गणेश तारे से सैकंडरी शिक्षा में भौतिक शास्त्र पढें डॉ 0 संजय भार्गव ने अपने गुरू डॉ 0 गणेश तारे के विराट व्यक्तित्व अनुशासन और आत्मीय सानिध्य के रोचक संस्मरण सुनाएं…

उपन्यास लेखक डॉ 0 गणेश तारे ने अपने स्वागत भाषण एवं आभार प्रदर्शन में अपनी कठिनाइयों के दौरान शिक्षा और साहित्यिक यात्रा के प्रसंग एवं अपनी सफलताओं के प्रेरक रोचक ज्ञानवर्धक प्रसंग सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया बीच बीच में अपनी सुरीली आवाज़ और लय-ताल में स्वरचित काव्य रचनाओं की सधी हुई प्रस्तुतियों से सुधी श्रोताओं विद्यार्थियों को मंत्र मुग्ध कर दिया ।