पंडित ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग के BMLT अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं का 6 माह के लिए नैदानिक प्रशिक्षण अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, (एम्स) ऋषिकेश में प्रारम्भ हुआ।

गौरतलब है कि मार्च 2017 में एम्स, ऋषिकेश व तत्कालीन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश (अब श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर) के मध्य एक समझौता हस्ताक्षर हुआ, जिसमे विश्वविद्यालय ऋषिकेश के BMLT के छात्रों हेतु अनिवार्य 6 माह का हॉस्पिटल प्रशिक्षण दिया जाता है।

विश्वविद्यालय परिसर के प्राचार्य प्रो० गुलशन कुमार ढींगरा ने बताया कि यह हमारे लिए अत्यंत हर्ष का विषय, जिसमे एम्स, ऋषिकेश की निदेशक प्रो मीनू सिंह के सकारात्मक सहयोग के फलस्वरूप यह 6 माह का क्लीनिक प्रशिक्षण प्रारंभ हो रहा है, जिसमे छात्र विश्वस्तरीय पैथोलोजिकल जांच की तकनीकियों के बारे प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

एम्स, ऋषिकेश के डीन, परा-चिकित्सा विज्ञान, प्रो० शैलेन्द्र हांडू ने बताया कि इन 6 माह में प्रशिक्षु छात्र पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी, ब्लड बैंक, सैंपल कलेक्शन आदि विभागों में उच्चस्तरीय जांच तकनीकियों व भविष्य में काम आने वाली व्यावहारिक तकनीकियों का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

एम्स, ऋषिकेश के डीन, अकादमिक प्रो० मनोज गुप्ता ने कहा कि छात्र अनुशासित रह कर अपना प्रशिक्षण प्राप्त करे, व एम्स के सभी नियमो का पालन करें।

एम्स ऋषिकेश के प्रो रविकिशोर, विभागाध्यक्ष पैथोलॉजी, प्रो अनीस आतिफ़, विभागाध्यक्ष बायोकेमिस्ट्री, प्रो नीलम विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी, प्रो गीता नेगी, विभागाध्यक्ष रक्तकोष विभाग व डॉ नेहा सिंह प्रभारी सैम्पल कलेक्शन ने प्रशिक्षु छात्रों को सफल प्रशिक्षण हेतु अग्रिम शुभकामनाएं दी व कहा कि एम्स जैसे विश्वस्तरीय संस्थान में छात्रों को ट्रेनिंग करने का मौका मिला रहा है जो कि उनके भविष्य में बहुत लाभदायक व सार्थक सिद्ध होगा, सभी मन लगा कर प्रशिक्षण प्राप्त करें।

बता दें कि एम्स ऋषिकेश से पूर्व में 3 बैच प्रशिक्षण प्राप्त कर महाविद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं व लगभग 20 से अधिक छात्र एम्स ऋषिकेश में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

इस अवसर पर हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो हेम चन्द्र व श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पी पी ध्यानी, कुलसचिव श्री खेमराज भट्ट तथा विश्वविद्यालय परिसर के समस्त डीन व विभागाध्यक्षों ने प्रशिक्षु छात्रों को शुभकामनाएं प्रेषित कर अपना आशीष वचन दिया।

सभी प्रशिक्षु छात्रों को विभाग की संकाय सदस्य सफ़िया हसन के नेतृत्व में एम्स ऋषिकेश की कोविड OPD में स्क्रीनिंग कर संबंधित विभागों मे भेजा गया।