राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में शिक्षक दिवस मनाया गया, इस अवसर पर महान शिक्षाविद, भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया गया l
सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षक और महान दार्शनिक थे l
इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र जितेंद्र नाथ, राजन महंत, रोहित कुमार, दुर्गेश भट्ट, शैलेंद्र एवं छात्राओं में सलोनी रमोला, विजयलक्ष्मी एवं काजल राणा ने अपने विचार व्यक्त किए l
कार्यक्रम का संचालन डॉ कृष्णा डबराल द्वारा किया गया और उन्होंने भी शिक्षक दिवस पर अपने विचार व्यक्त किए l
वनस्पति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ अशोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि शिक्षक ज्ञान का वह अविरल स्रोत है जो लाखों छात्रों के भाग्य का निर्माण करता है l
इतिहास के प्राध्यापक डॉ खुशपाल ने कहा कि शिक्षक एक विश्वास है जो छात्रों के सर्वांगीण विकास में योगदान देता है l अर्थशास्त्र के प्राध्यापक डॉ प्रमोद कुमार ने कहा कि जिस तरह से शिल्पकार पत्थर को तराश कर एक मूर्ति का आकार देता है, ठीक उसी प्रकार एक शिक्षक भी छात्रों के अवगुणों को दूर कर योग्य बनाता है l
राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ विनीत कुमार ने कहा कि डॉ राधाकृष्णन के विचार आज भी प्रसांगिक है l समाजशास्त्र के प्राध्यापक डॉ विक्रम सिंह ने शिक्षक के दायित्व एवं महत्ता पर प्रकाश डाला l
अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी ने शिक्षक को नदी की संज्ञा दी जैसे नदी अपने प्रवाह से कंकड़ पत्थर को तरसती है उसी प्रकार एक शिक्षक अपने शिष्य को तराश कर एक अच्छा नागरिक बनाता है l
इस अवसर पर डॉ रजनी, डॉ दीपक, मोहन लाल साह, जितेंद्र सिंह, मदन सिंह, रोशन जुयाल, हिमानी रमोला एवं बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित