प्रसाद के साथ भाव भरे मेसेज से सभी सोसायटी वासियों को को भावुक कर दिया …..
कोटा राजस्थान गुरु नानक हाऊसिंग की बाल किशोर प्रतिभाओं द्वारा नर्मदेश्वर सेवा समिति के सहयोग से रावण दहन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ।
बालक आर्यन मीना श्री राम तथा बालक पुलकित वैष्णव लक्षमण की भूमिका में रावण को चुनौती दी पार्श्व में बालक ह्रदय कुमार झा ने माइक पर राम के संवाद बोले ।
पूर्व में रश्मिता प्रधान ,नूतन झा ,नीरज गुप्ता ,रिया वैष्णव , सीमा द्विवेदी ,ऊषा सिंह ,कमलदीप कौर आदि बहिनों ने रावण दहन प्रांगण को रंगोली सजाया …
प्रदीप सिंह की और से लगभग 20 बच्चों को सम्मानित किया ।
इस अवसर पर संरक्षक धरम सिंह , देवेन्द्र कुमार सक्सेना , संगीता सक्सेना समन्वयक हरिओम झा, दीपक वैष्णव ,प्रदीप सिंह, दिग्विजय नाथ द्विवेदी ,रणवीर सिंह, फइमुद्दीन शेख ,एच रहमान ,हितेश ठाकुर ,मनोज प्रधान ,नूतन झा ,ऊषा सिंह ,सीमा द्विवेदी , रिया वैष्णव ,प्रियंका सिंह ,रश्मिता प्रधान ,नीरज गुप्ता,कमल दीप कौर ,शिवानी अग्रवाल सहित बहुत बड़ी संख्या में सोसाइटी परिवार के सदस्य उपस्थित थे ।
सम्मानित होने बाल युवाओं में……
रावण निर्माण एवं वध से जुड़े नर्मदेश्वर बाल सेवा समिति के सदस्यों
श्री राम की भूमिका में आर्यन मीना ,लक्ष्मण की भूमिका में पल्लवित वैष्णव ,आयूष, शिव राज मेघवाल ,हृदय कुमार झा ,राघव खंडेलवाल ,शिवम मेघवाल , यशदीप सिंह ,भूमित सिंह ,अभिनव, ,प्रज्ञान ,दीपक थापा, तनुज राठौर ,कबीर आदि को सम्मानित किया गया ।
मंच संयोजन व भूमिका देवेन्द्र कुमार सक्सेना स्वागत समन्वयक हरिओम झा ,मंत्र पूजन समन्वयक दीपक वैष्णव आभार संरक्षक धर्म सिंह ने व्यक्त किया ।
इस अवसर पर वरिष्ठ सदस्यों ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि
दशहरा शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है।
दश+हरा
अर्थात हमारे अन्दर के दश (10) दुर्गुणों का हरण करना यानि इनका समूल नाश करना ।
ये दश (10) दुर्गुण है:
1. काम वासना (Lust)
2. क्रोध (Anger)
3. मोह (Attachment)
4. लोभ (Greed)
5. मद (Over Pride)
6.मत्सर (Jealousy)
7.स्वार्थ (Selfishness)
8.अन्याय (Injustice)
9.पाशविकता (Cruelty)
10. अहंकार (Ego)