आज दिनांक 30 अक्टूबर 2023 को उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क), देहरादून के तत्वावधान में “हैंड्स ऑन ट्रेंनिंग ऑन बायोमेडिकल टेक्निक्स” विषय पर साप्ताहिक सर्टिफिकेट कोर्स पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश तथा एम्स, ऋषिकेश के सहयोग से प्रारंभ हुआ।
कार्यशाला के उद्घाटन में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष एवं जाने-माने भौतिक शास्त्री प्रो जगमोहन सिंह राणा ने छात्रों से आवाहन किया कि वे व्यवहार जगत के प्रशिक्षण से अपने अन्त: जगत का साधन कर अपने को कुशल एवं श्रेष्ठ मानव बनाएं। प्रोफेसर राणा ने प्रतिभागियों के सम्मुख देश एवं विदेश की विभिन्न प्रयोगशालाओं एवं सामान्य घटनाओं पर आधारित अपने अनुभव साझा किये।
कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर अनीता रावत ने बताया कि यूसर्क द्वारा विगत वर्षों से प्रारंभ की गई साप्ताहिक हैंड्स ओंन ट्रेंनिंग की श्रृंखला में आज यह 33वीं प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि यूसर्क द्वारा अद्यतन 55 स्टेम प्रयोगशालाओं का विकास विभिन्न माध्यमिक विद्यालयों में किया जा चुका है तथा प्रदेश भर के छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क ई-पाठ्य सामग्रियों को प्रदान किया जा रहा है। प्रो रावत ने सभी प्रतिभागियों से यूसर्क के कार्यक्रमों से लाभान्वित होने का आवाहन किया।
इसी क्रम में कैंपस डायरेक्टर प्रो एम एस रावत ने कहा कि जो बच्चे सेलेक्ट हुए हैं उनको बहुत-बहुत बधाइयां और इससे उन्हें बहुत अच्छा सीखने को मिलेगा उन्होंने यूसर्क और एम्स का भी अभिवादन किया, उन्होंने भविष्य में इसी प्रकार की ट्रेनिंग के अधिक से अधिक आयोजन पर जोर दिया उन्होंने प्रशिक्षण कार्यशाला पूर्ण हेतु पूर्ण सहयोग की बात कही
कार्यशाला संयोजक प्रो गुलशन कुमार ढींगरा द्वारा सभी का स्वागत किया एवं प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजन के लिए यूसर्क का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा विगत 6 माह में इस परिसर में यूसर्क एवं एम्स के सहयोग से द्वितीय साप्ताहिक हैंडस ऑन ट्रेनिंग कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है इसमें उन्होंने यूसर्क एवं एम्स के सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया ।
यूसर्क के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ ओ पी नौटियाल ने कहा कि यह हमारा 33वां हैंड्स ओंन ट्रेंनिंग प्रोग्राम है उन्होंने इस साप्ताहिक राशिफल हैंडस ऑन ट्रेनिंग की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आज से प्रारंभ होकर पूर्ण सप्ताह चलेगा, जिसमें प्रथम तीन दिन पंडित ललित मोहन परिसर के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग में एवं अंतिम तीन दिन एम्स ऋषिकेश के बायोकेमिस्ट्री विभाग में प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
जिसमें छात्र-छात्राओं को उच्च श्रेणी के उपकरणों पर स्वयं प्रशिक्षण कार्य करने का लाभ मिलेगा। डॉक्टर नौटियाल ने सभी प्रतिभागियों से अनुरोध किया कि वह अनुशासित एवं गंभीरता से इस कार्यशाला में प्रतिभाग करें, क्योंकि उन्हें एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में कार्य करने का सौभाग्य मिल रहा है ।
एम्स ऋषिकेश की डॉ अनीशा आतिफ मिर्जा ने कहा कि हमने पहले भी बच्चों को प्रशिक्षित कर इस प्रोग्राम में कंट्रीब्यूट किया था और इस बार भी हम अपना बेस्ट देंगे।
एम्स ऋषिकेश की प्रो. मनीषा नैथानी ने कहा कि इस प्रोग्राम में प्रतिभाग कर आपकी बहुत सी नॉलेज मिलेगी पहले भी यूसर्क की तरफ से यहां प्रोग्राम हो चुके हैं जिसके बहुत सुखद परिणाम रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां से आप जो भी सीखेंगे वह आपके आगे भी काम आएगा।
विभिन्न तकनीकी सत्रों में प्रतिभागियों को वर्तमान में प्रचलित बायोमेडिकल तकनीकियों से रूबरू कराया जाएगा, जिसमें उन्हें एलाइजा तकनीकी, पीसीआर, इलेक्ट्रोफॉरेसिस, सेंट्रीफ्यूज, रक्त विज्ञान, जैव रसायन ,सूक्ष्मजीविकी आदि विषय विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस कार्यशाला में उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों के अलग अलग 11 संस्थाओं से 40 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।
कार्यक्रम का संचालन सुश्री साफिया हसन ने किया, तथा परिसर के देवेंद्र भट्ट, शालिनी कोटियाल, अर्जुन पालीवाल ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में प्रोफेसर सुरमान आर्य प्रोफेसर परवेज अहमद प्रोफेसर अनीता तोमर प्रोफेसर वी डी पांडे प्रोफेसर एसके कुड़ियल डॉ दिनेश रावत आदि उपस्थित थे।