- यदि युवाओं को जागरुक कर उन्हें नशे से दूर रखा जाए तो नशे की मांग ही समाप्त हो जाएगी: प्रो.दिनेश चंद्र शास्त्री
- युवाओं में बढ़ती नशे की लत समाज के लिए बेहद खतरनाक है:डॉक्टर विशाल गर्ग
- उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में नशा मुक्ति अभियान विषय पर हुई संगोष्ठी
हरिद्वार। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के एंटी ड्रग्स सेल और अखिल भारतीय सनातन परिषद सत्य ऑनलाइन मीडिया व पर्यावरणीय जागरूकता एवं मूल्य चेतना प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में नशा मुक्ति अभियान विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अभियान देवभूमि नशा मुक्त 2025 के तहत किए जा रहे कार्यों की सराहना की गई।
विश्वविद्यालय सभागार में आयोजित गोष्ठी का शुभारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के मुख्य वक्ता कुलपति प्रो.दिनेश चंद्र शास्त्री और विशिष्ट अतिथि कनखल थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अमरचंद शर्मा एवं बहादराबाद थानाध्यक्ष नरेश राठौर रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अखिल भारतीय सनातन परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमहंत रामरतन गिरि महाराज ने कहा कि नशा नाश की जड़ है। वर्तमान समय में युवा पीढ़ी विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थों की गिरफ्त में जा रही है।
ऐसे में हमें नशा मुक्ति को लेकर जन जागृति के साथ-साथ सामाजिक स्तर पर सामूहिक प्रयास करने होंगे। कहा कि इस दिशा में हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे। जिससे सार्थक परिणाम सकते हैं।
मुख्य वक्ता उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र शास्त्री ने कहा कि यदि युवाओं को जागरुक कर उन्हें नशे से दूर रखा जाए तो नशे की मांग ही समाप्त हो जाएगी। नशे की सामग्री खुद ही समाप्त हो जाएगी।
उन्होंने संस्कृत के श्लोक का उदाहरण देते हुए कहा कि बुद्धिमानों का समय काव्यशास्त्र के अध्ययन में बीतता है, जबकि मूर्खों का कलह और व्यसनों में। कहा एंटी ड्रग का अगला कार्यक्रम यही होगा। जिसमें बच्चों के अभिभावकों को भी आमंत्रित किया जाएगा।
कहा कि नशे की चपेट में आने से युवा पीढ़ी का कॅरिअर भी प्रभावित हो रहा है। नशे की चपेट में युवकों के साथ ही अब कुछ युवतियां भी नशे की लत की शिकार हो रही हैं। नशा समाज में जहर घोलकर देश की नींव कमजोर कर रहा है। उन्होंने नशा उन्मूलन को लेकर सरकार की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी।
अखिल भारतीय सनातन परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विशाल गर्ग ने कहा कि युवाओं में बढ़ती नशे की लत समाज के लिए बेहद खतरनाक है। युवतियां भी नशे की चपेट हैं। नशा मनुष्य के शरीर को खत्म करता है। नशा तन, मन एवं धन का नुकसान होने के साथ ही घर में अशांति का माहौल पैदा करता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवभूमि नशा मुक्त की मुहिम शुरू कर सराहनीय कार्य किया है। इस मुहिम के तहत पुलिस नशे के सौदागरों की धरपकड़ के साथ ही जागरूक कर अच्छे कार्य कर रही है।
अखिल भारतीय सनातन परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अविक्षित रमन ने कहा कि कहा कि युवा पीढ़ी देश के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाती है। ऐसे में युवाओं को नशा मुक्ति को लेकर एक अभियान के रूप में जागरुकता लानी होगी।
बहादराबाद थानाध्यक्ष नरेश राठौर ने नशे की विरुद्ध सभी को शपथ दिलाई। एंटी ड्रग सेल के नोडल अधिकारी डॉ.प्रकाश पंत ने नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों का वर्णन किया।
डॉ. विनय कुमार सेठी ने एंटी ड्रग सेल व पर्यावरणीय जागरूकता व मूल्य चेतना प्रकोष्ठ के कार्यों को बताया। पुरुषोत्तम शर्मा, जे.पी. बडोनी, सचिन शर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.प्रकाश पंत, पुरुषोत्तम शर्मा ने संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर डॉ. अजय परमार, डॉ. श्वेता अवस्थी डॉ. बिंदुमती, डॉ. सुमन प्रसाद भट्ट, जगमोहन, कृष्ण कंसवाल, हिमांशु पंत, पवन जोशी, सुधांशु वत्स, अग्निशमन अधिकारी अनिल कुमार त्यागी, फायरमैन कुंवर सिंह राणा, फायर सर्विस चालक आनंद सिंह नेगी, फायरमैन जगबीर सिंह आदि उपस्थित रहे।