महाविद्यालय में इस अवसर पर साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के संघर्ष, त्याग, वीरता और बलिदान पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. अर्चना गौतम ने साहिबजादों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इतिहास में उनका बलिदान अमर है क्योंकि उन्होंने धर्म त्यागने के बजाय अपने प्राणों का बलिदान करने का फैसला लिया था।
इस मौके पर महाविद्यालय में निबंध प्रतियोगिता, क्विज, भाषण व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी कराया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुनीता बिष्ट के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर डॉ. सुनील कुमार, डॉ. सुमन पांडे, डॉ. लक्ष्मी मनराल, पूनम सिंह, कुलदीप सिंह, सूरज पुंडीर तथा छात्र-छात्राओं में रजनी, रुचिता, सपना, सचिन, प्रीतम, पवन, प्रिया, मनीष पुंडीर, अंकिता आदि उपस्थित रहे।