आज दिनांक 19 मार्च 2024 को राजकीय महाविद्यालय नैनबाग में देवभूमि उद्यमिता विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत आठवें दिन के सत्र का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुमित श्रीवास्तव की अध्यक्षता में किया गया ।
इस अवसर पर डॉ0 परमानंद चौहान असिस्टेंट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र ने नव उद्यमियों को मार्केटिंग की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
नव व्यवसायियों को बाजार पर विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि मार्केटिंग में सर्व प्रथम आप अपने प्रोडक्ट को जाने और उसके बारे में मोटिवेशन, मैसेज, रिव्यू तथा उसकी निरन्तरता बनाये रखने के लिए विज्ञापन को महत्व देना प्रमुख है।
उन्होंने बताया कि Demonstration, e-Media, e-print media and offer आदि मार्केटिंग के मुख्य भाग हैं जो एक उद्यमी को अपने उद्यम को स्थापित एवं लोकप्रिय बनाने के लिए अति आवश्यक है।
आज सूचना प्रौद्योगिकी के दौर में इन्टरनेट, सर्च इंजन, ईमेल और सोशल मीडिया डिजिटल मार्केटिंग के प्रमुख उपकरण है। एक सफल उद्यमी को इन सभी मार्केटिंग के प्रचार-प्रसार के टूल्स का उपयोग करना चाहिए।
गोरिल्ला मार्केटिंग का एक इनोवेटिव आइडिया है जिसमें उद्यमी अपने उत्पाद का प्रचार करने के लिए कुछ विशिष्ट तकनीकों का उपयोग करता है जो यूनिक होती है और कुछ अन्य से हट कर होती है जिससे उपभोक्ताओं का ध्यान आकर्षित किया जा सके जैसे किसी दीवार पर किसी कम्पनी का अपने उत्पाद के बारे में लिखना एसीसी सीमेंट या किसी व्यवसायी द्वारा अपनी दुकान में को बड़ा लड्डू या समोसा बना कर रखना आदि।
मार्केटिंग में उद्यमी अपने उत्पाद, उसकी कीमत, स्थान जहां उसकी बिक्री की जानी है तथा उसके विस्तार के लिए भी बार बार प्रयास करते रहने चाहिए। इसे Mix marketing कहा जाता है।
कार्यक्रम के अंत में महिपाल सिंह राणा ने छात्र छात्राओं को अपनी व्यावसायिक योजना तैयार करने के बारे में जानकारी दी और जिनकी योजना तैयार हो चुकी है उनको MSME के पोर्टल में पंजीकृत करने के लिए बताया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य एवं सभी शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे और कार्यक्रम में छात्र छात्राएं ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया ।