- संगीत कार्यक्रमों के साथ देवेंद्र सक्सेना को सेवानिवृत्ति के अवसर दी भावभीनी विदाई
राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा में तबला वादक देवेंद्र कुमार सक्सेना 27 वर्ष 9 माह की निर्विवाद राजकीय सेवा पूरी कर आज सैवा निवृत हुए।
देवेंद्र कुमार सक्सेना शुरू से ही कला , संस्कृति, अध्यात्मिक, समाजसेवी, पर्यावरण व राष्ट्र के प्रेेमी रहे हैं।
,” वेदमूर्ति तपोनिष्ठ आचार्य श्रीराम शर्मा वंदनीया माता भगवती देवी श्रध्देय डॉ प्रणव पण्डया जी एवं श्रद्धेय शैल बाला जी के संरक्षण में अंतरराष्ट्रीय गायत्री परिवार के माध्यम से 1993 तक भारत, अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड, नेपाल आदि देशों में भारतीय संगीत के माध्यम से शांति कुंज टोली के साथ भारतीय देव संस्कृति यज्ञ के प्रचारक के रूप कार्य किया..
इस अवसर पर आयोजित समारोह में
राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा की प्राचार्य डाॅ सीमा चौहान विभागाध्यक्ष प्रेरणा शर्मा, सेवा निवृत्त होने जा रही प्रो 0 प्रभा शर्मा, प्रो 0 राजेन्द्र माहेश्वरी, प्रो0 पुनीता श्रीवास्तव, डॉ 0 धर्म सिंह मीणा, डॉ 0 संतोष कुमार मीना, डबल एओ श्री जय सिंह मीणा, श्री नितिन कुमार आदि अधिकारियों कर्मचारियों ने देवेंद्र कुमार सक्सेना के सद्कर्मों की जी भरकर प्रशंसा की।
इस अवसर पर उनके परिवार के सदस्यों में मनोज सक्सेना पूर्व सहायक निदेशक पेंशन, मीनाक्षी सक्सेना निदेशक शिखर स्पेशल स्कूल आनंद मोहन सक्सेना, ममता सक्सेना, शास्त्रीय संगीत गुरू संगीता सक्सेना एवं नेशनल अवार्डी गायिका पुत्री आस्था सक्सेना ने भी विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर देवेंद्र कुमार सक्सेना के लिए विश्व विख्यात युगल गायक पद्म श्री डाॅ 0 अहमद हुसैन उस्ताद मोहम्मद हुसैन, वैद्य आचार्य पूल चंद शर्मा सहित देश विदेश से आए वीडियो संदेश अभिनंदन पत्र पढकर सुनाए।
राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा एवं जानकी देवी बजाज राजकीय कला कन्या महाविद्यालय के अधिकारियों जेडीबी के प्राचार्य डॉ अजय विक्रम सिंह डॉ 0 सुबोध कुमार डॉ 0 राजमल मालव, डॉ 0 डी एन दुबे, डॉ 0 जितेश जोशी, डॉ 0 रिजवान अहमद, डॉ 0 निमेष, जय सिंह, भंवर सिंह सोलंकी, आसकरन गुप्ता, मनोज सक्सेना, ललित मोहन पारेता,राधेश्याम सेन डॉ 0 आशिमा सिंह, सुषमा सक्सेना रामकुमार, लक्ष्मी चंद, नितिन कुमार, प्रभात सैनी अशोक सुमन, भीम सिंह, उमाशंकर, सोनम मेहरा, सोनल पांचाल दीप्ति, शोएब आदि ने बधाई दी।
आज 30 जून 2024 को राजकीय सेवा से ससम्मान सेवा निवृत्त हो रहा हूँ अब कला – संस्कृति, अध्यात्म, समाज, पर्यावरण के लिए सरकारी गैरसरकारी संगठनों से जुडकर और अधिक कार्य कर सकूँगा…….. देवेंद्र कुमार सक्सेना
गीत ग़ज़ल भजन की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां हुई…
सेवा निवृत्त होने वाले प्रो 0 प्रभा शर्मा एवं तबला वादक संस्कृति सेवी देवेन्द्र कुमार सक्सेना के अभिनंदन कार्यक्रम में…
सुरीली संगीत प्रस्तुतियों के क्रम में संगीत आचार्य डॉ0 राजेन्द्र माहेश्वरी ने पद्म श्री डाॅ 0 हुसैन बंधु की प्रसिद्ध ग़ज़ल ” मौसम आयेंगे जायेगें हम तुमको भूल न पायेंगे, विभागाध्यक्ष संगीत प्रेरणा शर्मा ने अभी न जाओ, डॉ 0 पुनीता श्रीवास्तव ने.जाइये आप कहाँ जायेंगे … डॉ0 संतोष कुमार मीना ने सूरदास का भजन हरि नाम रामकुमार ने..ये जीवन है इस जीवन का यही है यही है रंग रूप.. . अतिथि कलाकार संगीताचार्य संगीता सक्सेना ने ” रहें न रहे हम महका करेंगे बनके कली बनके सबा बागे वफा में,,
सुश्री आस्था सक्सेना ने राग मारवा पर आधारित पद्मश्री रवीन्द्र जैन की प्रसिद्ध संगीत रचना ” ओ साथी रे भूल न जाना मेरा प्यार,,
तबले पर कोटा के वरिष्ठ तबला वादक पंडित महूराज राव ने सधी हुई संगत की।
इस अवसर पर पंडित विजय शंकर मिश्र सम दिल्ली, गायत्री परिवार भारतेंदु समिति, अखिल भारतीय साहित्य परिषद चित्तौड़ प्रांत, मौजी बाबा लोक कल्याण ट्रस्ट, एस टी एन चैनल, श्री तेगबहादुर मिलन केंद्र, संगीतिका,आस्था मेलोडी के सदस्यों ने बधाई दी
श्री वीर सिंह हरिओम झा एवं शैलेन्द्र गुप्ता के संयोजन में देवेंद्र कुमार सक्सेना का गुरु नानक हाउसिंग सोसायटी में पारम्परिक ढोल बजाकर फूल मालाओं के साथ उपस्थित लोगों ने वरिष्ठ नागरिक देवेंद्र कुमार सक्सेना का हार्दिक स्वागत किया इससे पूर्व देवेंद्र कुमार सक्सेना ने शिव मंदिर में पूजा अर्चना की।