भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक का ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। स्पेन को 2-1 से हराकर कप्तान हरमनप्रीत सिंह की टीम ने कमाल कर दिया। ।
पेरिस ओलंपिकस में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्पेन को 2 -1 से हराते हुए कांस्य पदक जीता है।
यह मौजूदा पेरिस खेलों में भारत का कुल चौथा कांस्य पदक है। भारत से कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 2 गोल किए, जबकि स्पेन से मार्क मिरालेस ने इकलौता गोल किया।
ओलंपिक के इतिहास में भारत की हॉकी टीम ने कुल 13वां पदक जीतने में सफलता हासिल की है।
पहले हाफ में 1-1 से बराबरी पर रहा स्कोर
मैच की शुरुआत से ही भारतीय टीम ने लगातार आक्रमण किए। इसके परिणामस्वरण मैच के छठे मिनट में सुखजीत सिंह मैदानी गोल करने से चूक गए।
मैच के 18वें मिनट में मार्क मिरालेस ने पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल दाग दिया।
पहले हाफ के समापन से कुछ सेकेंड पूर्व भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने गोल कर दिया।
मैच के दूसरे हाफ में भारत का दबदबा देखने को मिला। इस बीच भारत ने कुछ मैदानी गोल करने के असफल प्रयास किए। मैच के 33वें मिनट में हरमनप्रीत ने पेनल्टी कार्नर पर जोरदार गोल किया और भारत को 2-1 से बढ़त दिला दी।
इसके बाद स्पेन की टीम ने लगातार आक्रामक किए। दूसरी तरफ भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश और डिफेन्स ने शानदार बचाव किया और मैच में कोई गोल नहीं होने दिया।
टोक्यो में हुए पिछले ओलंपिक खेलों में भी भारत ने कांस्य पदक ही अपने नाम किया था। भारत के लिए हरमनप्रीत ने 30वें और 34वें मिनट में गोल दागे। इस तरह 52 साल बाद लगातार दो ओलंपिक में बैक टू बैक मेडल आया है। इससे पहले 1968 मैक्सिको ओलंपिक और 1972 म्यूनिख ओलंपिक में भारत ने ब्रॉन्ज मेडल जीते थे।