राजकीय महाविद्यालय जखोली (रूद्रप्रयाग) के राजनीति विज्ञान विभा और आई० क्यू० ए० सी० सेल के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 02 अक्टूबर 2024 को वैश्विक शांति स्थापित करने में महात्मा गांधी के विचारों की प्रासंगिकता विषय पर एकदिवसीय विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में डॉ० रजनी कान्त पांडे, आरडीएस कॉलेज, मुजफ्फरपुर, बिहार, डॉ० सुशील कुमार डुबे, मथुरा स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रसरा, बलिया और श्री देवेश चन्द्र, राजकीय महाविद्यालय जखोली रहे।
डॉ० रजनी कान्त पांडे ने कहा कि गांधीजी का मानना था कि हिंसा से कभी भी स्थायी शांति नहीं मिल सकती क्योंकि हिंसा से शांति मिल सकती है, परंतु यह सिर्फ़ एक संघर्ष विराम होगा | उन्होने बल दिया कि गांधीजी के मुताबिक, शांति के लिए सामाजिक समानता, आर्थिक न्याय, और मानवाधिकारों की ज़रूरत है।
डॉ० सुशील कुमार दुबे ने कहा कि गांधीजी का मानना था कि शांति को कभी भी संघर्ष की अनुपस्थिति के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि इससे निपटने की क्षमता के रूप में देखने की आवश्यकता है।
श्री देवेश चन्द्र ने गांधीजी के विचारों को शांति के लिए ज़रूरी बताया और बल दिया कि कि लोग अपने नैतिक स्तर को बढ़ाएं और सामाजिक व्यवस्था न्यायसंगत हो तो संतामूलक समाज की स्थापना की जा सकती है।
डॉ० शिवपूजन सिंह रावत जी ने कहा कि शांति के लिए शोषण से मुक्ति ज़रूरी है और इसके लिए आवश्यक है कि शांति के लिए ज़रूरी है कि बड़े देश शोषण की भावना को छोड़ दें और युद्ध न करें तो शांति स्थापित की जा सकती है।
डॉ० अभिशेख सिंह ने बताया कि गांधीजी का मानना था कि अंतरराष्ट्रीय कानून अंतर-राज्यीय विवादों को सुलझाने में मददगार हो सकता है, उन्होने कहा कि गांधीजी का मानना था कि दुनिया के पास सर्वजन की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ० माधुरी जी के द्वारा की गई।
कार्यक्रम के संयोजक राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ0 विकास शुक्ला ने कार्यक्रम का संचालन किया | अंत में राजकीय महाविद्यालय के डॉ० सुभाष कुमार जी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ० माधुरी ने राजनीति विज्ञान विभाग को भविष्य में ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने हेतु शुभकामनायें दी।
कार्यक्रम में प्रतिभागी के रूप में महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं, विभिन्न विश्वविद्यालयों के फ़ैकल्टी मेंबर्स, शोध छात्र सहित महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ० सुभाष कुमार, डॉ० भारती, डॉ० दलीप सिंह, डॉ० कपिल उपस्थित रहे।