- मुख्य प्रशिक्षक वक्ता – श्री कृष्ण शर्मा शिक्षा आंदोलन प्रभारी मध्य प्रदेश…ने दृश्य एवं श्रव्य माध्यम से रोचक व प्रेरणा दायक प्रशिक्षण दिया…..
देवेंद्र सक्सेना,कोटा,9-03-2025: आज गायत्री शक्तिपीठ विज्ञान नगर कोटा में परिवार प्रबंधन एवं संगठन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया
कार्यशाला में आए मुख्य अतिथि पूर्व प्राचार्य श्री कृष्ण शर्मा( शिक्षा आंदोलन प्रभारी मध्य प्रदेश गायत्री परिवार इंदौर के उप जोन प्रभारी) ने दृश्य एवं श्रव्य माध्यम से उपस्थित प्रबुद्ध जनों, समर्पित गायत्री परिजनों को पांच प्रयोग कर परिवार व संगठन प्रबंधन का रोचकता रंजनकता से प्रशिक्षण दिया ।
उन्होंने पहला प्रयोग डिब्बे से एक नली द्वारा शुध्द पानी निकाल कर डिब्बे में रंग डालकर बताया जिस प्रकार रंग डालने से पानी का रंग बदल गया ठीक इसी प्रकार दूषित विचार हमारे जीवन को बर्बाद कर देता है ।
दूसरा प्रयोग पात्र से पानी टपका कर अहंकार, ईर्ष्या , आलस्य, प्रमाद, द्वेष, क्रोध रूपी छेद बंद करने को कहा तभी आप सुपात्र बनेंगे।
तीसरा प्रयोग विज्ञान का सिद्धांत प्रकाश सीधी रेखा में चलता है ठीक इसी प्रकार मन, वाणी, कर्म एक दिशा चले तभी परिवार और संगठन में तालमेल बनेगा।
चौथा प्रयोग मशाल बनो मोमबत्ती नहीं अर्थात मशाल ज्ञान और निर्भीकता का प्रतीक है अन्तर्मन मन मस्तिष्क हृदय अहंकार रहित निर्भीक हो तो परिवार व संगठन अच्छे से चलता है
पांचवा प्रयोग डिस्पोजल ग्लास खाली होगा तो मोमबत्ती से जल जायेगा पानी से भरा हुआ है तो जलेगा नहीं। इसी प्रकार हम शीतल होगे तो परिवार और संगठन लम्बी जिंदगी जियेंगे
हम सुधरेंगे तो परिवार और जग सुधरेगा अतः अपना मूल्य समझो और विश्वास करो कि तुम संसार के महत्वपूर्ण व्यक्ति हो।
मन को कुविचारो और दुर्भावना ओं से बचाने के लिए स्वाध्याय एवं सत्संग करें। अपने मन का आंगन साफ करें।
एक दूसरे से सम्मान से बोले गलती को जस्टिफाई नहीं स्वीकार किया जाना चाहिए। जीवन साथी को समय दें ,सम्मान दें।
विवाद नहीं संवाद कीजिए, संवाद से समाधान होता है। आपने बताया कि विवाद को टालना चाहिए इसके लिए एक पक्ष को मृदु(मुलायम) हो जाना चाहिए। एक गेंद को प्रयुक्त करते हुए अपने पहले इसे सख्त फर्श पर उछाला फिर गद्दे पर उछाला और मुलायम गद्दे की तरह वेग को सहने वाला बनने का आवाहन किया। परिवार और संगठन में क्रिया की प्रतिक्रिया नहीं करें…
आपने अभिभावकों को बताया की संतानों को भगवान की संपत्ति मानकर उसके ट्रस्टी बनकर उनका लालन पालन कीजिये। उन्हें अच्छे नागरिक बनाने की कार्ययोजना बनाना जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने कथनी और करनी एक रखने का आव्हान किया
व्यक्तिगत हित नहीं सामाजिक राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि माने…
उन्होंने आचार्य श्रीराम शर्मा जी एवं अन्य महापुरुषों के उदाहरण से सभी को प्रेरित किया मीडिया प्रभारी देवेंद्र कुमार सक्सेना ने बताया कि
इस अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ के सह व्यवस्थापक प्रभा शंकर दुबे ने संगठन पर प्रेरणा दायक विचार व्यक्त किये
नवसंवत्सर के लिए आई स्वयंसेवक बहिन डॉ 0 नील प्रभा ने 28 मार्च सेवन वंडर्स मे स्वदेशी मेला एवं 30 मार्च को 51 हजार बहिनों की कलश यात्रा के लिये गायत्री परिवार की बहिनों का आव्हान किया।
आरंभ में सह व्यवस्थापक प्रभा शंकर दुबे संयोजक हेमराज पांचाल रामभरोसे शर्मा राम रतन नरवर ने मुख्य अतिथि श्री कृष्ण शर्मा का स्वागत किया।
अंत में प्रज्ञा गीत गायिका महिमा जोशी, हरीश जोशी, पुष्प लता प्रजापति के साथ बड़ी संख्या में उपस्थित सभी परिजनों ने प्रज्ञा संगीत के साथ फागोत्सव मनाया।
कार्यक्रम का संचालन ओम स्वामी ने किया आभार श्री हेम राज पांचाल ने किया।