- स्काउटिंग विश्व का अग्रणी शैक्षिक युवा आंदोलन
- युवा सशक्तीकरण, जीवन मूल्य और कौशल के लिए रोवरीगं ज़रूरी- प्रो0 सतेंद्र कुमार
सन 2000 में उत्तराखंड अस्तित्व में आया और भारत स्काउट्स गाइड्स उत्तराखंड ने 2005 में भारत की पंद्रहवीं जम्बूरी हरिद्वार में ऑर्गनाइज कराकर के यह सिद्ध कर दिया था कि प्रदेश किसी दूसरे प्रदेश से कम नहीं है।
इसी श्रृंखला में भारत स्काउट एवं गाइड उत्तराखंड के प्रादेशिक सचिव श्री रवींद्र मोहन काला ज़ी के निर्देशन में व प्रादेशिक प्रशिक्षण आयुक्त – स्काउट, श्री आर एस नेगी, प्रादेशिक प्रशिक्षण आयुक्त – गाइड, श्रीमती आशा सोलंकी, प्रादेशिक संगठन आयुक्त – स्काउट, श्री विरेन्द्र सिंह बिस्ट, प्रादेशिक संगठन आयुक्त – गाइड, श्रीमती अंजली चंदोला के निर्देशन में यह प्रदेश दिन दोगुनी व रात चौगुनी तरक़्क़ी कर रहा है ।
इसका श्रेय प्रादेशिक कमिश्नर स्काउट श्री रघुनाथ लाल आर्य व प्रादेशिक कमीशन गाइड श्रीमती वन्दना गबरीयाल व प्रदेश के प्रादेशिक मुख्य आयुक्त डॉक्टर मुकुल कुमार सती को जाता है ।
भारत स्काउट्स गाइड्स उत्तराखंड के पदेन अध्यक्ष उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री डॉ धनसिंह रावत के सानिध्य में प्रदेश रोवर रेंजर के क्षेत्र में चहुंमुखी विकास कर रहा है । साथ ही भारत स्काउट्स गाइड्स उत्तराखंड के उपाध्यक्ष व संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा, उत्तराखंड श्री आनंद सिंह उनियाल के दिशा निर्देशन में रोवर्स रेंजर्स आसमान की ऊँचाइयों को छु रहा है ।
इस समय मई माह में प्रदेश का सातवाँ बेसिक व एडवांस रॉवर रेंजर कोर्स 1-7 मई होने जा रहा है । प्रदेश का पहला बेसिक व एडवांस कोर्स जुलाई 2016 में, दूसरा कोर्स 2017 में, तीसरा 2019 में, चौथा कोर्स 2021 में, पाँचवा कोर्स 2022 में, छठा कोर्स 2023 में सम्पन्न हुआ ।
भारत स्काउट्स गाइड्स उत्तराखंड अब तक लगभग 132 रोवर्स रेंजर्स को बेसिक व एडवांस का प्रशिक्षण दे चुका है। सातवा कोर्स मई 2025 में प्रादेशिक प्रशिक्षण केंद्र भोपाल पानी में होने जा रहा है।
राज्य मे रोवर्स सैक्सन के पहले लिडर ट्रेनर प्रोफ़ेसर सत्येंद्र कुमार, अंग्रेज़ी विभागाध्यक्ष, राजकीय आदर्श महाविद्यालय मीठीबेरी में कार्यरत हैं । वह इन 4 कोर्स के लीडर ऑफ़ द कोर्स हैं ।बेसिक व एडवांस रोवर रैजर के लिये सूचना भेजी जा चुकी है । इन सभी प्रशिक्षणार्थियों के लिए सूचना दो बार भेजी जा चुकी है फिर भी आश्चर्य की बात है कि अभी तक इन सभी कोर्सेस के लिए उत्तराखंड के 118 महाविद्यालयों से मात्र 25 प्रोफ़ेसर्स ने ही प्रशिक्षण के लिए आवेदन किया है जो संख्या बहुत ही कम व आश्चर्यजनक है ।
प्रो सत्येन्द्र ने बताया कि इस कोर्स को अशिष्ट करने के लिए स्टाफ़ रूप में डॉ जगमोहन नेगी, रा० महाविद्यालय गोपेश्वर, डॉ अखिलेश्रर द्विवेदी, रा० महाविद्यालय अगस्त्यमुनि, डॉ विनोद कुमार, रा० महाविद्यालय डाकपत्थर, मंगल सिंह गढ़वाल, देव संस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज, श्रीमती गायत्री साहू, देवो संस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज, एडवोकेट वीरेंद्र नेगी, डॉक्टर नीतू बलोनी, राजकीय महाविद्यालय देहरादून सहर आदि उपस्थित रहेेगें।