राजकीय महाविद्यालय कण्वघाटी, कोटद्वार में आंतरिक गुणवत्ता विनिश्चयन प्रकोष्ठ तथा अर्थशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में पृथ्वी दिवस के अवसर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर छात्र-छात्राओं व प्राध्यापकों ने वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. उषा सिंह ने कार्यक्रम का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कहा कि पृथ्वी दिवस को आज पूरे विश्व में एक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।

उन्होंने युवाओं को पृथ्वी की रक्षा हेतु आगे आने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और स्वच्छ पर्यावरण छोड़ना हमारी जिम्मेदारी है।उन्होने कहा की हमारा ग्रह एक अद्भुत स्थान है, लेकिन इसके संरक्षण के लिए हम सभी की भागीदारी आवश्यक है।

इसी उद्देश्य को लेकर राजकीय महाविद्यालय कण्वघाटी, कोटद्वार ने यह कार्यक्रम एक सफल और प्रेरणादायक आयोजन के रूप में आयोजित किया जा रहा है।

इस अवसर पर आतंरिक गुणवत्ता विनिश्चयन प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी डॉ. विनय देवलाल ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए पृथ्वी दिवस के इतिहास, महत्व और इसकी वर्तमान समय में प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों से निपटने हेतु प्रत्येक नागरिक को अपनी भूमिका निभानी होगी। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो.अशोक कुमार मित्तल ने अपने वक्तव्य में कहा की पृथ्वी दिवस का उद्देश्य न केवल पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ाना है, बल्कि वैश्विक जलवायु संकट से निपटने हेतु सभी को—सरकारों, नागरिकों एवं व्यवसायों को—सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना भी है।

कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. अरविंद सिंह ने छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे न केवल वृक्षारोपण करें, बल्कि पृथ्वी के समस्त जीव-जंतुओं के संरक्षण में भी योगदान दें। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम केवल औपचारिकता न बनें, बल्कि इन्हें विशेष अभियान के रूप में अपनाया जाना चाहिए।

कार्यक्रम के अंतर्गत महाविद्यालय में क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम स्थान पर स्वाति व गरिमा रहीं द्वितीय स्थान पर दिव्यांशु डबराल व तृतीय स्थान पर मनोज रह, पर्यावरण जागरूकता संबंधित प्रतियोगिता में छात्र छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्रा दीपक,मनोज,अमन,गरिमा लखेड़ा,स्वाति,दीपिका,सोनम, अनिशा आर्य आदि ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।

About The Author