November 11, 2025

Naval Times News

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अभिनव कला परिषद का 63 वाँ युवा खोज समारोह दुष्यन्त स्मारक संग्रहालय में सम्पन्न

  •  राग भविष्य युवा खोज समारोह: तबले की थाप, वायलिन की मधुर लहरियों और ध्रुपद के स्वर से दिखा युवा कलाकारों में शास्त्रीय कलाओं का भविष्य

भोपाल:  देश की ख्यातिलब्ध सांस्कृतिक संस्था अभिनव कला परिषद के वार्षिक राग भविष्य युवा खोज समारोह में प्रदेश के युवा कलाकारों ने प्रस्तुतियों से शास्त्रीय कलाओं में भविष्य के श्रेष्ठ कलाकारों की झलक दिखाईं दी।

संस्कार भारती कोटा के महामंत्री देवेंद्र सक्सेना ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि तबले, वायलिन एवं गायन ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। दुष्यंत स्मारक संग्रहालय में आयोजित इस कार्यक्रम में गणमान्य जनों सहित कला गुरुओं ने भी शिरकत की।

तबला जुगलबंदी, वायलिन की मधुर लहरियों और ध्रुपद गायन से युवा कलाकारों ने दिखाया हुनर:

राग भविष्य युवा खोज समारोह में युवा कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति देकर भारतीय शास्त्रीय कलाओं में भविष्य के श्रेष्ठ कलाकार होने की आशा को मजबूत किया। प्रथम प्रस्तुति में गायन में ध्रुपद शैली में ध्रुपद गायक विक्रमादित्य गुप्ता ने राग मालकौंस की पारंपरिक अलाप में प्रस्तुति, ताल चौताल में जयति जयति श्री गणेश एवं ताल सूल में शंकर गिरिजापति का गायन किया।

पखावज पर संगत देश के विख्यात पखावज वादक पंडित श्री अखिलेश गुंदेचा द्वारा की गईं। तबला जुगलबंदी में युवा तबला वादक द्वय समर्थ शर्मा व अभिजीत गडेकर ने ताल तीन ताल में प्रस्तुति दी। तबले पर सधे हाथों से उठान, पेशकार, कायदे, रेला, गत एवं टुकड़े आदि की प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

लहरें पर संगत श्री मुनि मालवीय द्वारा की गई। अंतिम प्रस्तुति में वायलिन पर ऋषभ मलिक ने राग जोग विलंबित एक ताल एवं द्रुत तीन ताल में निबद्ध रचनाओं की मधुर स्वर लहरियों से समां बांध दिया। तबले पर सुमधुर संगत श्री मनोज पाटीदार द्वारा दी गई। श्लोक माला पर लावण्या की भरतनाट्यम प्रस्तुति ने मोहा मन :

कार्यक्रम की शुरुआत दीपप्रज्वलन पश्चात साढ़े छह वर्षीय लावण्या चौकसे की भारतनाट्यम प्रस्तुति से हुई। इस प्रस्तुति में लावण्या ने श्लोक माला पर मनमोहक प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति में प्रथम आराध्य भगवान गणपति, विद्या की देवी सरस्वती, यश वैभव की देवी महालक्ष्मी

श्रेष्ठ गुरुओं ने दी मानक उपाधि:

देश के शीर्ष ध्रुपद गायक पद्मश्री पण्डित उमाकांत गुंदेचा, तबला वादक पण्डित श्री किरण देशपांडे एवं आकाशवाणी के प्रमुख श्री राजेश भट्ट ने वायलिन वादक ऋषभ मलिक, तबला वादक समर्थ शर्मा व अभिजीत गडेकर एवं ध्रुपद गायक विक्रमादित्य गुप्ता को को ‘कल के कलाकार’ की मानक उपाधि से विभूषित किया।

परिषद के संस्थापक स्व तातेड़ को किया याद:

अभिनव कला परिषद के सह संस्थापक श्री कमलेश जैमिनी ने कहा कि पंडित सुरेश चंद्र तातेड़ का प्रदेश की कला संस्कृति के संरक्षण में अभूतपूर्व योगदान रहा है। आज वे दुनिया में नहीं है, लेकिन कला प्रेमियों एवं अपने शुभचिंतकों की यादों में सदैव रहेंगे। शृंखला में उपस्थित गणमान्य जनों ने स्व तातेड़ जी को याद किया।

कार्यक्रम में अभिनव कला परिषद के अध्यक्ष पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर, उपाध्यक्ष ऋषिकुमार पांडे, सचिव अतुल तातेड़, कोषाध्यक्ष मनोज झा, संयुक्त सचिव वरिष्ठ पत्रकार राममोहन चौकसे, पंडित किरण देशपांडे, ध्रुपद गायक उमाकांत गुंदेचा, वरिष्ठ उद्घोषक विनय उपाध्याय, पखावज गायक अखिलेश गुंदेचा, श्री अजय सोलंकी, रामवल्लभ आचार्य, श्रीमती स्वेता तातेड़, अनूप शर्मा सहित संस्था से जुड़े अनेक सहयोगी एवं बड़ी संख्या में कला प्रेमी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन श्री विमल भंडारी ने किया।

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