उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 20 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। 15 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 158 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, मंगलवार को 15277 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। सात जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, पौड़ी, पिथौरागढ़, टिहरी और ऊधमसिंह नगर में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। वहीं, चंपावत, हरिद्वार और उत्तरकाशी में एक-एक, देहरादून में पांच, नैनीताल में आठ और रुद्रप्रयाग में चार संक्रमित मिले हैं।

प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 343695 हो गई है। इनमें से 330022 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7397 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें एक मौत पिछले दिनों की जोड़ी गई है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.02 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.13 प्रतिशत दर्ज की गई है। कोरोना से निपटने के लिए सघन टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है।

प्रशासनिक प्रयास से पहली डोज लगवाने में लोगों ने खूब दिलचस्पी दिखाई, लेकिन दूसरी डोज लगवाने में कदम पीछे खींच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में 115305 ऐसे लोग हैं जिन्होंने टीके की पहली डोज तो लगवा ली, लेकिन निर्धारित अवधि बीतने के बावजूद टीके की दूसरी डोज लगवाने नहीं पहुंचे। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हैरत में हैं और प्रशासन से मदद मांगी है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी व एसीएमओ डॉ. दिनेश सिंह चौहान ने बताया कि जिले में 15808 ऐसे लोग हैं जिन्हें कोवैक्सीन टीके की दूसरी डोज लगनी है। साथ ही 99245 ऐसे लोग हैं जिन्हें कोविशील्ड टीके की दूसरी लगाई जानी है। ऐसे में कुल 115305 लोगों को टीके की दूसरी डोज लगनी है, लेकिन अवधि बीतने के बावजूद टीके की दूसरी डोज लगवाने के लिए लोग नहीं आ रहे हैं।

इन लोगों को विभाग की ओर से एसएमएस पर जानकारी देने के साथ ही मोबाइल फोन पर संपर्क भी किया जा रहा है। इसके बावजूद टीका लगवाने में लोग दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण दोबारा फैलने का भी खतरा है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि सरकारी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों को टीके की दूसरी डोज लगाने के लिए विभागाध्यक्षों को पत्र लिखा गया है। साथ ही टीके की दूसरी डोज लगवाने के लिए जिला प्रशासन से भी मदद मांगी गई है।

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