राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा के गृह विज्ञान विभाग द्वारा आज से “कला द्वारा कौशल विकास” विषयक तीन दिवसीय कार्यशाला का प्राचार्य प्रोफेसर सीमा चौहान द्वारा उद्घाटन किया गया।

कार्यशाला के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की चित्रकारी, सन पेंटिंग, स्टैंसिल फ्रेम वर्क आर्ट, लिप्पन आर्ट, कट वर्क, फैब्रिक ऑर्नामेंटेशन संबंधित प्रक्रियाओं का छात्राओं में कौशल विकसित किया जायेगा। प्राचार्य प्रोफेसर सीमा चौहान ने छात्राओं को उक्त कार्यशाला की उपयोगिता को दृष्टिगत रखते हुए अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने हेतु प्रेरित किया।

प्राचार्य ने बताया कि आज का युग प्रतियोगिता का युग है एवं आजीविका हेतु व्यक्ति को संघर्षशील होना आवश्यक है। इस प्रकार की कलाओं द्वारा व्यक्ति दूसरे पर निर्भर न रहकर स्वयं की उध्यमिता से अपना व्यवसाय कर सकता है और अपने से जुड़े अन्य व्यक्तियों को भी रोजगार प्रदान कर सकता है ।

विभागाध्यक्ष प्रोफेसर दीपा स्वामी द्वारा आगामी दिवसो में सिखाए जाने वाली कलाओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ कनिष्का सिंह गौड़ द्वारा सूती वस्त्र पर सन पेंटिंग की प्रक्रिया को डेमोंस्ट्रेशन द्वारा छात्राओं को सिखाया गया।

सन पेंटिंग कलात्मक नवीन चित्रकारी तकनीक है जिसमें एक्रेलिक कलर्स के माध्यम से एवं उपलब्ध पेड़ों की पत्तियों द्वारा मनोहर चित्र धूप में वस्त्र को एक्सपोज करके बनाया जाता है ।

प्रोफेसर श्रुति अग्रवाल ने यह बताया सन पेंटिंग की चित्रकारी का प्रयोग कर वस्त्र से विभिन्न प्रकार की घरेलू प्रयोग सामाग्री जैसे कुशन कवर, पर्दे, चादर इत्यादि निर्मित किये जा सकते हैं क्योकि बाजार में हस्त निर्मित उत्पादो की मांग हमेशा से ही अधिक रही हैं तथा इसके माध्यम से आय भी की जा सकती है।