उच्च शिक्षा राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार राजकीय कला कन्या महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ के तत्वावधान में छात्राओं द्वारा आज दिनांक 5 फरवरी 2024 को कोटा में स्थित वृद्धआश्रम एवं मूक बधिर विद्यालय, विज्ञान नगर का शैक्षणिक भ्रमण किया गया।

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वृद्धाश्रम में वृद्धजनों ने अपने जीवन के अनुभव बताते हुए कहा कि समाज विखंडन, पारिवारिक मूल्यों के पतन तथा वर्तमान परिस्थितियों के कारण आजकल वृद्धआश्रमों का प्रचलन बढ़ता जा रहा है क्योंकि परिवार में अपने ही व्यक्तियों द्वारा उपेक्षा तथा एकाकीपन इस अवस्था में जीवन को बहुत दुष्कर कर देता है।

इस कारण व्यक्ति अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में इस तरह की संस्थाओं की ओर रुख करता है। अगर समाज का हर व्यक्ति अपने पारिवारिक दायित्व का निर्वहन करें तो इस तरह की समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है।

उन्होंने छात्राओं से कहा कि आप समाज एवं परिवार की धुरी है अगर आपके द्वारा दोनों ही परिवारों के प्रति कर्तव्यों का निर्वहन किया जाए एवं हम जैसे वृद्धजनों के प्रति परिवार में सम्मान का भाव रखा जाए तो ऐसी संस्थाओं की आवश्यकता ही नहीं होगी।

यह संस्था पश्चिमी सभ्यता की देन है। भारतीय संस्कृति में इस तरह की संस्था का कोई अस्तित्व ही नहीं है। छात्राओं ने वृद्धाश्रम में लोगों की पूरे दिन की गतिविधियों व दिनचर्या के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके पश्चात छात्राओं ने मूकबधिर विद्यालय का भ्रमण किया।

इस विद्यालय में कुल 261 छात्र-छात्राएं पंजीकृत है। विद्यालय में एक बालक छात्रावास है जिसमें 160 छात्र रहते हैं। विद्यार्थियों के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद, संगीत आदि गतिविधियां कराई जाती हैं तथा विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए व्यावसायिक शिक्षा जैसे सिलाई कढ़ाई कंप्यूटर, वेल्डिंग आदि की भी शिक्षा दी जाती है ताकि छात्र समाज में आत्मनिर्भर हो सके।

यह विद्यालय एक ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है और यहां पर खाना पढ़ाई राभी निशुल्क है। छात्राओं ने विद्यालय में कक्षा कक्षों को देखा तथा छात्रों के साथ संवाद किया।

इस विद्यालय में एल.के.जी. से लेकर 12वीं तक की कक्षाएं संचालित की जाती है।

इस शैक्षणिक भ्रमण में महिला प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ बिंदु चतुर्वेदी डॉ बबीता सिंघल, डॉ, हिमानी सिंह डॉ. सुनीता शर्मा, डॉ, पुनीता श्रीवास्तव, सुश्री आशिमा, हर्षिता, प्रियंका जैन, संजय सेन आदि संकाय सदस्यो ने सहभागिता की तथा इस शौक्षणिक भ्रमण लगभग 100 छात्राओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।