उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के सहयोग से आज दिनांक 11 मार्च 2024 को राजकीय महाविद्यालय पाबौ, पौड़ी गढ़वाल परिसर में स्थापित देवभूमि उद्यमिता विकास केंद्र में 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम शुरू किया गया।

महाविद्यालय में देवभूमि उद्यमिता केंद्र के नोडल डॉ० गणेश चंद द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम का सफल संचालन किया।

महाविद्यालय के प्राचार्य एवं संरक्षक प्रोफेसर सत्य प्रकाश शर्मा , मुख्य अतिथि स्थानीय युवा उद्यमी श्री हरेन्द्र कोहली एवं मास्टर ट्रैनर मुख्य वक्ता साधु कल्पना ने , एवं महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों ने दीप प्रज्वलित कर इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर सत्य प्रकाश शर्मा ने छात्र-छात्राओं को बताया कि आज के समय में सीमित रोजगार को देखते हुए हमे स्वरोजगार की तरफ रुख अपनाना पड़ेगा।

उन्होंने उदाहरणो से छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि हमे ईमानदारी से और अपनी क्षमतानुसार उद्यमिता को अपनाना चाहिए जिससे हम दूसरो को भी रोजगार दे सके।

मुख्य अतिथि श्री हरेन्द्र कोहली अपने स्टार्टअप यूट्यूब पर अपने गाने के बारे में एवं अपने जीवन की शुरुआत से लेकर वर्तमान तक की उद्यमिता यात्रा एवं अनुभव को विस्तार से छात्र-छात्राओं के समक्ष साझा किया।

भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद से आए मास्टर ट्रैनर साध्वी कल्पना जी ने छात्र-छात्राओं से वर्तमान समय की मांग क्या है और हम किस-किस क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं, इस विषय पर अपने विचार साझा किये और उन्हें उद्यमिता की ओर कदम बढ़ाने हेतु प्रोत्साहित किया।

महाविद्यालय में देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी एवं मेंटर डॉ० गणेश चंद ने छात्र छात्राओं को देवभूमि उद्यमिता योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा कहा कि रोजगार की संभावनाएं स्वरोजगार से ही पैदा होगी उन्होंने यह भी बताया कि स्टार्टअप एवं उद्यमिता के द्वारा हम अन्य लोगों को भी भविष्य में अपने साथ जोड़कर रोजगार दे सकते हैं।

महाविद्यालय में अर्थशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मुकेश शाह ने कहा कि उद्यमिता विकसित करने के लिए पांच महत्वपूर्ण मंत्र जैसे ईमानदारी, क्षमता, सुंदरता, बुद्धिमान, धैर्य आदि होने बहुत जरूरी है तब हम अपनें व्यवसाय को बाजार तक पहुंचा सकते है।

महाविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सुनीता चौहान ने बताया कि उद्यमिता के लिए आयडिया, समस्या का समाधान, बिजनेस वैल्यू, ब्रांडिंग, फंडिंग, शिक्षा, प्रोडक्ट, आदि महत्वपूर्ण बिंदु जरूरी है जिनका उपयोग कर हमे भाविष्य में अपनी पहचान एक अच्छे उद्यमी के रूप में करनी है।

इस उद्यमिता विकास कार्यक्रम में महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० तनुजा रावत ने उद्यमिता का विचार किस तरह से विकसित करना है इसके बारे में छात्रों को जानकारी प्रदान की।

छात्र-छात्राओं के साथ-साथ स्थानीय उद्यमियों, गणमान्य व्यक्तियों, समाज सेवको, जनप्रतिनिधियों, प्राध्यापको, ऑफिस स्टाप आदि ने बढ़-चढ़कर कर प्रतिभाग किया और उद्यमिता से संबंधित अपने आइडिया भी शेयर किये।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के कार्यालय अध्यक्ष श्री महेश सिंह , विजेंद्र बिष्ट , श्रीमती सोनिया देवी एवं अनुराधा आदि ने विशेष सहयोग दिया।