राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा में दिनांक 27.01.2024 को ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ के तत्वावधान में ‘राजस्थान और असम राज्य की सांस्कृतिक विविधता में एकता‘ विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया।

इस अवसर पर एक भारत श्रेष्ठ भारत प्रभारी डॉ. हिमानी सिंह ने कहा कि विविधता से भरे हुए इस देश में एकता का उल्लास मनाने और लोगों के बीच आपसी संबंधों और संवादों को मजबूत बनाने की दिशा में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।

एक साझा इतिहास के बीच आपसी समझ की भावना ने विविधता में एकता को सक्षम किया है। इस एकता को पोषित और अभिसिंचित करना प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य है।

इस कार्यक्रम की अध्यक्ष महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सीमा चौहान ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की स्मृति के रूप में इस योजना को क्रियान्वित किया जाता है।

उन्होंने असम की भौगोलिक विशेषताओं के बारे में विस्तार से बताया और कहा पर्यटन की दृष्टि से असम महत्वपूर्ण राज्य है।

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ. ज्योति सिडाना ने इस अवसर पर छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि असम राज्य का उल्लेख दो महान महाकाव्यों रामायण और महाभारत में भी किया गया है।

असम विविध संस्कृतियों का मिलन स्थल है। राज्य में बड़ी संख्या में जनजातियां हैं जिनमें से प्रत्येक अपनी परंपरा, संस्कृति, पोशाक और विदेशी जीवन शैली में अद्वितीय है। भाषाई समूहों की बड़ी संख्या, जनसंख्या संरचना और लोगों की प्रक्रिया के कारण इस लघु भारत कहा जाता है।

आपने असम राज्य के प्रेरणास्पद विभूतियों जैसे गायक डॉ. भूपेंद्र हजारिका, जुबीन गर्ग साहित्यकार इंदिरा गोस्वामी, राष्ट्रपति डॉ. फरीखुद्दीन अली अहमद, शिक्षक, संगीतकार, इतिहासकार वीरेंद्र नाथ दत्त, युवा कवि कृष्ण मोहन झा, एथलीट हेमादत्त इत्यादि के बारे में बच्चों से संवाद स्थापित करते हुए विस्तार से समझाया।

धन्यवाद ज्ञापन का कार्य एक भारत श्रेष्ठ भारत के सदस्य डॉ. गीरेंद्र पाल सिंह ने किया।

इस अवसर पर श्रीमती प्रेरणा शर्मा, डॉ राजेंद्र माहेश्वरी, डॉ मीरा गुप्ता, श्रीमती सपना कोतरा, डॉ मनीषा शर्मा, डॉ. सोमवती शर्मा, डॉ पुनिता श्रीवास्तव, डॉ कविता मीणा, डॉ जितेश जोशी, डॉ धर्म सिंह मीणा इत्यादि सदस्य उपस्थित रहें।

कार्यक्रम का संचालन एक भारत श्रेष्ठ भारत प्रभारी डॉ. हिमानी सिंह ने किया। छात्राओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया गया।