राजकीय महाविद्यालय जखोली में देवभूमि उद्यमिता योजना के अन्तर्गत 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ।

उद्यमिता में रुचि रखने वाले छात्र/छात्राओं और स्थानीय निवासियों18 से 45 वर्ष के युवाओं को अपने उद्यम की शुरुआत करने के उद्देश्य से राजकीय महाविद्यालय जखोली में 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।

राजकीय महाविद्यालय जखोली में समस्त छात्र-छात्राओं/स्थानीय युवाओं एवं अन्य संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए उत्तराखण्ड सरकार के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा संचालित देवभूमि उद्यमिता योजना के अन्तर्गत 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का शुभारंभ 16 फरवरी से हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ० (कु०) माधुरी, डॉ० मुकुल वेदी, कार्यक्रम नोडल/ संयोजक डॉ० विकास शुक्ला, डॉ० देवेश चन्द्र, डॉ० कविता अहलावत द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।

कार्यक्रम के उद्घाटन पर प्राचार्य डॉ० (कु०) माधुरी द्वारा कार्यक्रम को उपयोगी बताते हुए सभी को अधिक से अधिक प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया और छात्रों को ऐसे उपयोगी कार्यक्रमों में अधिक से अधिक प्रतिभाग करने का सुझाव दिया।

डॉ० देवेश चन्द्र ने कार्यक्रम की सराहना करते बताया कि उद्यम स्थापित करने के लिए क्षेत्र के संसाधनों और स्थानीयता का ज्ञान होना आवश्यक है।

कार्यक्रम नोडल अधिकारी डॉ० विकास शुक्ला द्वारा 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम की रूप-रेखा और देवभूमि में संसाधनों के सतत उपयोग के साथ ही साथ उद्यम स्थापित करने पर विचार व्यक्त किए गए। कार्यक्रम में भारतीय उद्यमिता संस्थान, अहमदाबाद से विशेषज्ञ के रूप में आए डॉ० मुकुल वेदी ने उद्यमिता क्यों आवश्यक है।

स्थानीय उत्पादों की मार्केटिंग, ब्रांडिंग, बिजनेस आइडिया पिचिंग पर प्रतिभागियों के समक्ष अपने विचार रखे और उनके द्वारा प्रतिभागियों को वर्तमान में स्वरोजगार की उपयोगिता पर विस्तृत रूप से अपने विचार रखे।