हरिद्वार: आचार संहिता का असर:  सरकारी संपत्ति से  नेताओं के पोस्टर उतरने और फटना शुरू

उत्तराखंड में निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान और मतगणना की तारीखों के ऐलान के साथ ही पूरे राज्य में प्रशासन हरकत में आ गया है

संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखंड प्रताप सिंह शाह द्वारा निर्देश के क्रम में यह कहा गया था कि चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के 24 घंटे के अंदर सरकारी संपत्तियां जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, एयरपोर्ट, रेलवे ब्रिज, रोडवेज, सरकारी बस, विद्युत टेलीफोन पोल, नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत आदि सभी जगहों से राजनीतिक प्रचार सामग्री और पोस्टर पंपलेट बैनर झंडे हार्डिंग वॉल पेंटिंग और कट आउट तत्काल हटाए जाएं जिसको लेकर व्यापक रूप से अभियान भी शुरू हो गया है।

नगर निगम हरिद्वार की टीम ने शहर में सरकारी संपत्ति , बिजली के पोल पर लगे नेताओं के पोस्टरों को उतारना शुरू कर दिया है ।सरकारी संपत्तियों पर पोस्टर लगाकर प्रचार प्रसार करना आचार संहिता के उल्लंघन में आता है।

जिसको देखते हुए आज टीम ने खम्बो पर लगे पोस्टरों को उतारना शुरू कर दिया है टीम ने आज भाजपा के नेता, पूर्व मेयर मनोज गर्ग, बीजेपी के युवा नेता कन्हैया खेवड़िया,बसपा के नेता सहित सभी बैनर पोस्टों को उतारा।

मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि सरकारी संपत्तियों पर लगे सभी पार्टियों के होडिंग और पोस्टरों को आचार संहिता को देखते हुए उतारा जा रहा है, आचार संहिता लागू होने के बाद आज से निगम की टीम ने क्षेत्र में लगे पोस्टर बैनर को उतारना शुरू कर दिया है।