पंडित ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश में सात दिवसीय प्रयोगात्मक कार्यशाला का आज शुभारंभ हुआ।

कार्यशाला में देश के अनेको प्रांतों से 150 से लगभग प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं।

यह कार्यशाला भौतिक विज्ञान रसायन विज्ञान जंतु विज्ञान वनस्पति विज्ञान भूगोल विषय की आयोजित की जा रही है।

उद्धघाटन कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉडॉलर एस के कुडियाल ने सभी का स्वागत व परिचय किया। इसके उपरांत कार्यशाला के समन्वयक प्रो जी के ढींगरा ने मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय परिसर के निदेशक प्रो एम एस रावत का स्वागत पुष्प गमला दे कर किया व अपने उध्बोधन में सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया व कहा कि विगत 6 सालों से विश्वविद्यालय परिसर इस कार्यशाला का आयोजन सफलतापूर्वक कर रहा है जिसमें अनेकों प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया जा चुका है ।

इसके बाद भौतिक विज्ञान की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मनोज यादव, रसायन विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो एस पी सती, भूगोल के विभागाध्यक्ष प्रो डीसी गोस्वामी, जंतु विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ डीएम त्रिपाठी व वनस्पति विज्ञान से डॉ प्रीति खंडूड़ी ने कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डाला तथा छात्र छात्राओं को अपने-अपने विषयों का पाठ्यक्रम बताया।

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की ओर से डॉ पूजा जुयाल, डॉ रंजू जोशी ने छात्र-छात्राओं के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत करें व कार्यशाला की विशेषता बताई, उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश का आभार व्यक्त किया जिन्होंने छात्र छात्राओं को अपने संस्थान में इस प्रयोगिक कार्यशाला का आयोजन किया ।

पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर के निदेशक प्रो. महावीर सिंह रावत प्रतिभागियों का स्वागत किया व शुभकामनाएं प्रेषित की, उन्होंने प्रतिभागियों को अनुशासित रूप से कार्यशाला का अधिक से अधिक लाभ लेने को प्रेरित किया ।

डीन कला संकाय प्रोफेसर डी सी गोस्वामी ने सभी प्रतिभागियों को सफलता का मूल मंत्र दिया व कहा कि दूरस्थ माध्यम से पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए यह एक अच्छा मौका है, जिससे वह कॉलेज लेवल पर अनेक चीजों को सीखते हैं।

इस कार्यक्रम में प्रो नीता जोशी, डॉ ए पी दुबे, डॉ अरुण पी सूत्रधार, प्रो वी डी पांडे, डॉ सुरमान आर्य, डॉ राकेश जोशी, डॉ शालिनी रावत, डॉ प्रीति खंडूड़ी, डॉ नीलक्षी पाण्डेय आदि उपस्थित थे।