उत्तराखंड: पहले मौसम विज्ञानियों ने संभावना जताई थी कि प्रदेश में मानसून 20 जून के आसपास पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगा, लेकिन संभावनाएं गलत साबित हुईं। अब 28 जून से राज्य में मैदान से लेकर पहाड़ तक मानसून के सक्रिय होने की संभावना है।

मानसून के दस्तक देने से पहले राज्य में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। मौसम विज्ञानियों ने अगले 24 घंटे में बागेश्वर व पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। इतना ही नहीं कहीं-कहीं तेज गर्जना के साथ ही बिजली गिरने व 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं के चलने की भी संभावना जताई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह के मुताबिक, अगले 24 घंटे में बागेश्वर, पिथौरागढ़ में तेज हवाओं संग भारी बारिश की संभावना है।

मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 26, 27, 28 और 29 जून को बारिश का अलर्ट जारी किया है. इस दौरान 28 और 29 जून को भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है, जिसे लेकर मौसम विभाग के निदेशक ने सचेत किया है. इस बदलाव को प्रदेश में मॉनसून आने का प्रबल संकेत माना जा रहा है.

मौसम विभाग के अनुसार, इन तीन दिनों में कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश की संभावना है. 28 जून को नैनीताल, चम्पावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने बारिश के आसार को देखते हुए हल्का भूस्खलन, सड़कें बंद होने, पहाड़ में नदियों, नालों का जलस्तर बढ़ने, निचले इलाकों में जल भराव की आशंका जताई है

मौसम का अलर्ट देखते हुए नदी-नालों के करीब रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक, मौसम की गतिविधियां तेज हो रही हैं, इसे मॉनसून आने का संकेत माना जा सकता है.

विक्रम सिंह के मुताबिक, जहां तक मानसून के पूरी तरह सक्रिय होने का सवाल है, तो मानसून के 28 जून के बाद ही सक्रिय होगा।बताया कि मानसून काफी धीमी गति से आगे बढ़ रहा है।