संजीव शर्मा,एनटीन्यूज़: केंद्रीय विश्वविद्यालय भटिंडा (सीयूपी, पंजाब) के साथ वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई), देहरादून (उत्तराखंड) के बीच 10 फरवरी 2021 को समझौता ज्ञापन (एमओयू) दो संगठन के बीच लागू किया गया है
ताकि संकाय, अधिकारियों और छात्रों के अनुसंधान, शिक्षा और विस्तार प्रदान किया जा सके । इस अवसर पर डॉ.रागवेंद्र प्रताप तिवारी (माननीय कुलपति), प्रोफेसर रामकृष्ण विसिरिका (डीन अकादमिक प्रभारी), प्रोफेसर अंजना मौंशी (डीन रिसर्च), प्रोफेसर मोनिशा धीमान (आईक्यूएसी), प्रोफेसर कलापाल सिंह मुद्रा (रजिस्ट्रार), फेलिक्स बास्ट (प्रभाग प्रमुख एवं एसोसिएट प्रोफेसर, वनस्पति विज्ञान विभाग) एवं डॉ. विनय कुमार (सहायक प्रोफेसर, वनस्पति विज्ञान विभाग), केंद्रीय विश्वविद्यालय भटिंडा (पंजाब) से उपस्थित थे ।
जबकि एफआरआई से, श्री अरुण सिंह रावत (महानिदेशक, आईसीएफआरई और निदेशक, एफआरआई), डॉ अजय ठाकुर और डॉ मनीष सिंह भंडारी, आनुवंशिकी और वृक्ष सुधार प्रभाग (एफआरआई) के वैज्ञानिक और डॉ. तारा चंद (जीसीआर, एफआरआई) ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए ।
The Memorandum of Understanding (MoU) has been entered into force on 10th February 2021 between Forest Research Institute (FRI), Dehradun (Uttarakhand) with Central University of Bhatinda (CUP, Punjab) to impart research, education and extension of faculty, officials and students from the two organizations. On this occasion, Dr. Ragvendra Pratap Tiwari (Honourable Vice- Chancellor) and Shri Arun Singh Rawat (Director General, ICFRE and Director, FRI) shared the strength of their organization and also committed to collaborate for fruitful results in field of forestry, environment sciences and climate change studies. They signed MOU documents and shared online. Professor Ramkrishna Wisirika (Dean Academic In-charge), Professor Anjana Maunshi (Dean Research), Professor Monisha Dhiman (IQAC), Professor Kalawpal Singh Mudra (Registrar), Felix Bast (Head and Associate Professor, Department of Botany) and Dr. Vinay Kumar (Assistant Professor, Assistant Professor, Department of Botany) was present from the Central University of Bhatinda (Punjab). Whereas from FRI, Dr. Ajay Thakur and Dr. Maneesh Singh Bhandari, Scientist from Genetics and Tree Improvement Division (FRI) and Dr. Tara Chand (In charge GCR, FRI) has signed the MoU.