आज दिनांक 10 अक्टूबर 2024 को राजकीय कला कन्या महाविद्यालय, कोटा में दिशा प्रकोष्ठ और राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाईयों के संयुक्त तत्वावधान में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें जागरूकता रैली, नुक्कड नाटक और छात्राओं के साथ खुला संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा चौहान ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आज का समय तनाव भरा है जिसके कारण लोगों का विशेष रूप से बच्चों, किशोरों और युवाओं का मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ रहा है. ऐसे में जरुरत है कि समाज के हर तबके को मानसिक स्वास्थ्य का महत्त्व बताया जाए।
साथ ही इस विषय पर फैली हुई भ्रान्तियों का निराकरण किया एवं मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता शपथ दिलवाई।
रैली महाविद्यालय परिसर से आकाशवाणी गेट से होते हुए गांधी स्मारक तक पहुंची जिसमें छात्राओं ने नारे लगाते हुए लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। तत्पश्चात् सावित्री बाई फुले स्मारक से होते हुए रैली वापस महाविद्यालय परिसर पहुंची।
दिशा प्रकोष्ठ सदस्य डॉ. ज्योति सिडाना के नेतृत्व में छात्राओं द्वारा मानसिक स्वास्थ्य जरुरी होता है विषय पर अत्यन्त प्रभावी नुक्कड नाटक प्रस्तुत किया गया।
उन्होंने बताया कि आत्महत्या की घटनाएं आज कल जिस तरह रोज सामने आ रही हैं ऐसा लगता है कि कोई प्रतिस्पर्धा या खेल चल रहा है. हर आयु वर्ग और हर प्रोफेशन से जुड़ा व्यक्ति चाहे वह विद्यार्थी हो या डॉक्टर, इंजीनियर, प्रशासनिक अधिकारी, पुलिसकर्मी, व्यापारी, फिल्म स्टार, या फिर किसान इस खेल में भाग लेने के लिए आतुर हैं और किसी भी हाल में इस खेल को जीतना चाहते हैं।
इस वर्ष के प्रारंभ के लगभग 8 महीनों में 22 बच्चों ने आत्महत्याएं की जो आंकड़ा चौकाने वाला है और एक सभ्य समाज मुंह पर जोरदार तमाचा है।
क्या यह राज्य और समाज के लिए चिंता का विषय नहीं है, कल्पना कीजिए कि अगर किशोर और युवा पीढ़ी इसी तरह स्वयं को समाप्त करती रही तो हमारा भावी समाज कैसा होगा?
राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविकाओं एवं छात्राओं ने संवाद कार्यक्रम के दौरान अपने-अपने अनुभव साझा किये एवं दिशा की प्रभारी श्रीमती निधि मीणा ने अपने अनुभव साझा करते हुए छात्राओं को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। और उनकी समस्याओं को सुनकर समाधान व सुझाव भी दिए।
राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रभारी डॉ. यशोदा मेहरा, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. बीनू कुमावत एवं डॉ. मिथलेश सोलंकी ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये।
डॉ. यशोदा मेहरा ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया और छात्राओं का उत्साह वर्धन किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के संकाय सदस्य श्रीमती मीरा गुप्ता, डॉ. सपना कोतरा, डॉ. धर्म सिंह मीणा एवं अन्य सदस्य उपस्थित रहे।