वीर शहीद केसरी चन्द राज स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर विकासनगर में आज दिनांक 13/05/2024 को बी एड संकाय में प्रथम व द्वितीय वर्ष के सभी छात्र छात्राओं हेतु व्यवसायिक दक्षता पर आधारित छः दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन नंदी फाऊंडेशन द्वारा किया गया।
नंदी फाऊंडेशन का काम भारत के 21 राज्यों के 438 जिलों तक फैला हुआ है। इस पैमाने तक पहुंचने में इस फाऊंडेशन के 220 प्रबंधकों का सहयोग, अधिकारियों के साथ-साथ इनके समुदाय-आधारित टीम के 10,000 से अधिक सदस्यों की ईमानदारी, जुनून और सहयोगात्मक भावना से संभव हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर जी० आर० सेमवाल द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज का युग कौशल एवं कुशलता का है, यदि कोई बिना कौशल के भविष्य के उज्जवल होने की इच्छा रखता है तो यह संभव नहीं है। कौशल का विकास अच्छे प्रशिक्षण से और निरंतर अभ्यास से आता है।
विभागाध्यक्ष डॉ रुचि बहुखण्डी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि व्यवसायिक प्रशिक्षण आज के समय में बहुत महत्वपूर्ण बनता जा रहा है। इसका एक कारण बढ़ती जा रही आपसी प्रतिस्पर्धा भी है। हर व्यक्ति स्वयं को दूसरे व्यक्ति से बेहतर साबित करना चाहता है।
कार्यक्रम का संचालन श्री हर्षवर्धन सैनी द्वारा किया गया। श्री सैनी नंदी फाऊंडेशन में प्रशिक्षक के रूप में कार्यरत हैं, उन्होंने कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर छात्रों को एक आदर्श शिक्षक के गुण बताए तथा वर्तमान समय में एक शिक्षक का व्यक्तित्व कैसा होना चाहिए इस पर भी प्रकाश डाला। शिक्षित व्यक्ति और प्रशिक्षित व्यक्ति में अंतर उसके कार्य को करने के तरीके एवं निपुणता से आता है।
प्रशिक्षित व्यक्ति आत्मविश्वास के साथ खुद को और अपने विचारों को प्रभावशाली ढंग से व्यक्त करता है। श्री सैनी ने बताया कि जीवन में भीड़ का हिस्सा बन जाना बहुत सरल होता है परन्तु भीड़ से हटकर खुद को भिन्न रखना स्वयं में एक बहुत बड़ा संघर्ष है। ऐसे व्यक्ति समस्या पर ध्यान देने के बजाय समस्या के समाधान पर विचार करते हैं।
प्रशिक्षण के दौरान छात्रों में अमित, रमन, हरीश, दीप्ती, शुभांगी, साधना, सुधीर, वंशिका, आर्ती, कृतिका, रोहित, शिवानी, प्रवेश, साक्षी, कोमल आदि समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। शिक्षकों में डॉ० रुचि बहुखण्डी, डॉ० कविता बडोला, श्रीमती प्रिंसी कर्णवाल, तथा पुस्तकालय अध्यक्ष श्री विमल डबराल, कार्यालय कर्मचारी श्रीमती अनिता पंवार एवं वीरेंद्र भाटी उपस्थित रहे।