देवेंद्र कुमार सक्सेना, योग साधक लेखक कला संस्कृति, समाज सेवी ,तबला वादक राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस एवं विश्व संगीत दिवस पर एकाग्र बातचीत।
परिचय
देवेंद्र कुमार सक्सेना एक ऐसा नाम है जिंहोने योग संगीत एवं समाज सेवी के रूप में पहचान बनाई है।
राजस्थान सरकार जिला प्रशासन एवं योग के क्षेत्र में स्वामी रामदेव जी से पुरस्कार प्राप्त देवेंद्र जी और उनकी धर्म पत्नि श्रीमती संगीता सक्सेना ने पतंजलि योग समिति की स्थापना की अपने क्षेत्र में कोटा व प्रदेश का मान बढ़ाया
संवाद
1-आपका जन्म कब और कहाँ हुआ?
5 जून 1964 को मध्य प्रदेश के उज्जैन संभाग के जिला शाजापुर के गाव ढाबला धीर में एक कृषक कायस्थ परिवार में श्री हरिनारायण जी सक्सेना एवं माता मगन देवी जी के यहां इस बार विश्व पर्यावरण दिवस पर आपने अपना 61 वां जन्म दिवस मनाया।।
2-शिक्षा दीक्षा के बारे में जानकारी देंगे??
संगीत भूषण, संगीत प्रभाकर (प्रथम श्रेणी) बीए एम ए हिन्दी साहित्य, योग प्रशिक्षक प्रमाण पत्र
: प्रश्न 3-संगीत अध्यात्म योग से कैसे जुड़े??
शुजालपुर मध्य प्रदेश श्री एन पी श्रीवास्तव श्री अरूण कुमार अम्बेडकर भोपाल में पंडित गणेश प्रसाद भारद्वाज पंडित बालकृष्ण महंत पंडित सुरेश तातेड उज्जैन में पंडित श्रीधर व्यास तथा अयोध्या में मृदंग महर्षि डॉ रामशंकर दास उर्फ पागलदास जी महाराज के सानिध्य में संगीत से जुड़ा
गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के पवित्र प्रांगण में पूज्य गुरुदेव वेदमूर्ति तपोनिष्ठ आचार्य श्रीराम शर्मा जी एवं वंदनीया माता भगवती देवी के सानिध्य में धर्म अध्यात्म समाज संस्कृति योग सेवा लेखन
पतंजलि योग पीठ से योग प्राणायाम प्रशिक्षण प्राप्त किया।
प्रश्न – 4 – तबला के घरानो के विषय में हमारे पाठकों को जानकारी बताएंगे?
तबले के क्षैत्र में लखनऊ, बनारस, दिल्ली, अजराडा पंजाब, फरूखाबाद, लखनऊ, अवधी घराने हैं।
मेरा सम्बन्ध बनारस एवं अवधी परम्परा से है।
प्रश्न – संगीत अध्यात्म एवं योग के क्षेत्र में आपने कहाँ कहाँ यात्रा की?
अंतरराष्ट्रीय गायत्री परिवार के माध्यम से संगीत अध्यात्म के माध्यम से भारतीय देव संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिये अमेरिका कनाडा इंग्लैंड नेपाल भारत की यात्रा का सौभाग्य प्राप्त हुआ ।
हमनें सपरिवार भारत भवन भोपाल राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत नाटक अकादमी, रतन टाटा ट्रस्ट मुम्बई, देव संस्कृति विश्व विद्यालय, भारत विकास परिषद, संस्कार भारती, अखिल भारतीय साहित्य परिषद, संगीत संकल्प अहमदाबाद, सूरत, बडौदा, रायपुर, हल्द्वानी नैनीवाल, यूथ फैस्टिवल, जयपुर, मुम्बई फरीदाबाद, महाराजा श्री गज सिंह जी के यहां मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट स्वर सुधा जोधपुर, कुंभा संगीत परिषद उदयपुर, सरस्वती संगीत महाविद्यालय शुजालपुर, राष्ट्रीय दशहरा मेला, श्री भारतेंदु समिति कोटा, श्री मौजी बाबा लोक कल्याण ट्रस्ट, पतंजलि योग पीठ, गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार,सिंहस्थ महाकुंभ उज्जैन, अभिनव कला परिषद भोपाल, मधुकली भोपाल, रवींद्र भवन भोपाल जयपुर आकाशवाणी दूरदर्शन के नेशनल चैनल पर सुबह सवेरे गोदावरी धाम सहित अनेक मंचों पर प्रस्तुति
प्रश्न — किन क्षेत्र में सक्रिय योगदान के लिए आपको सम्मानित किया गया?
संगीत, योग, लेखन एवं सेवाओं के लिये सरकारी एवं गैर सरकारी मंचों पर अनेक सम्मान प्राप्त हूए।
प्रश्न- आत्म हत्या करने वाले विद्यार्थियों को विश्व योग दिवस एवं विश्व संगीत दिवस पर पर युवाओं को आप क्या संदेश देना चाहते हैं
जीवन बड़ा अनमोल होता है उसे अच्छे से जिएंगे और आत्म हत्या कायरता है यह नहीं करेंगे।
प्रश्न – आपने सरकारी सेवाओं में रहते हुए भी समाज और संस्कृति की सेवा की?
जी अपनी सामर्थ्य के अनुसार प्रतिदिन 5 से 25 लोगों की तन मन धन से निःस्वार्थ मदद करने की कोशिश करते है।