हरिद्वार: धनोरी पी.जी. कॉलेज, धनौरी के भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा 10 फरवरी 2025 को प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सेवानिवृत्ति प्रोफेसर आर. एस भट्टाचार्य भौतिक विज्ञान विभाग, एसजीटीबी खालसा कॉलेज युनिवर्सिटी ऑफ़ दिल्ली, महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) विजय कुमार एवं विभाग प्रभारी डॉ. संदीप कुमार की उपस्थिति में हुआ।

तत्पश्चात महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। इस प्रतियोगिता में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के 50 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और अपने विज्ञान संबंधी ज्ञान और तर्कशक्ति का प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम के संयोजक एवं विभाग प्रभारी डॉ. संदीप कुमार ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं छात्र-छात्राओं के आत्मबल एवं आत्मविश्वास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रश्नोत्तरी के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि प्रतिस्पर्धात्मक गतिविधियां उनके बौद्धिक विकास में सहायक होती हैं।

कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती मोनिका मित्तल एवं डॉ. कुमुद चौधरी ने कहा कि प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता से छात्रों में विश्लेषणात्मक कौशल का विकास होता है और उनकी समस्या समाधान करने की क्षमता बढ़ती है।

प्रतियोगिता का मूल्यांकन विभाग के सहायक आचार्य डॉ. वरुण कुमार एवं डॉ. अमरदीप द्वारा किया गया। निर्णायक मंडल द्वारा उत्तरों की सटीकता एवं त्वरित उत्तर देने की क्षमता के आधार पर प्रतिभागियों का आकलन किया।
प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया

🏆 प्रथम स्थान – कार्तिक सैनी बीएससी षष्ठम सेमेस्टर
🥈 द्वितीय स्थान – शालू एम.एस.सी द्वितीय सेमेस्टर
🥉 तृतीय स्थान – सार्थक एवं आर्यन चौधरी बी.एस.सी चतुर्थ सेमेस्टर

प्रोफेसर आर.एस. भट्टाचार्यजी ने छात्र-छात्राओं को मैक्सवेल डिस्ट्रीब्यूशन नियम को विस्तार पूर्वक समझाया व उसके अनुप्रयोग के बारे में भी जानकारी दी। प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया और उन्हें भविष्य में भी इस तरह की प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) विजय कुमार ने विजेताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं छात्र-छात्राओं के बौद्धिक एवं मानसिक विकास के लिए अत्यंत लाभकारी होती हैं तथा उनकी प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता को मजबूत करती हैं।

इस आयोजन ने छात्रों में वैज्ञानिक सोच, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता और तार्किक विश्लेषण को बढ़ावा देने का कार्य किया, जिससे वे अपने विषय में और अधिक निपुण बन सकें।

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