हरिद्वार: धनौरी पी.जी. कॉलेज, हरिद्वार में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया।
हरिद्वार जिला स्थित धनौरी पी.जी. में दिनांक 28 फरवरी, 2024 को रसायन विज्ञान विभाग और भौतिक विज्ञान विभाग,धनौरी पी.जी. कॉलेज, हरिद्वार के द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया।
संगोष्ठी का प्रारंभ मुख्य अतिथियों एवं कार्यवाहक प्राचार्य के द्वारा सर्वप्रथम माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पांजलि अर्पण करके हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में डॉ. ज्योति पोरवाल, सीएसआईआर भारत पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून और डॉ. सुशील कुमार, डीआईटी, देहरादून से रहे। संगोष्ठी का आयोजन डॉ. मोनिका वत्स, रसायन विज्ञान प्रभारी एवं डॉ. संदीप, भौतिक विज्ञान प्रभारी सहित विज्ञान संकाय के समस्त सहायक आचार्यों के सहयोग से किया गया। वर्ष 2024 हेतु राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की थीम विकसित भारत के लिए स्वदेशी तकनीक निर्धारित की गई है।
कार्यक्रम में डॉ. ज्योति और डॉ. सुशील ने महान वैज्ञानिक डॉ. सीवी रमन द्वारा दिये गये रमन प्रभाव और उसके महत्व के विषय में विस्तार से समझाया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को विज्ञान के क्षेत्र में होने वाले नित नये शोध कार्य के विषय में गहरी रुचि लेने और शोध कार्य करने हेतु भी प्रोत्साहित किया।
कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. अलका सैनी ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए वैज्ञानिक डॉ. सीवी रमन के जीवन से सम्बन्धित महत्वपूर्ण तथ्यों के विषय में बताया। कार्यक्रम में विज्ञान से सम्बन्धित स्लोगन लेखन और मॉडल मेकिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
स्लोगन लेखन में प्रथम स्थान शिवानी, (बीए द्वितीय वर्ष) द्वितीय स्थान सानिया (बीए द्वितीय सत्र), तृतीय स्थान आदित्य कुमार (बीएससी द्वितीय सत्र) और मॉडल मेकिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान नुसरत रॉव (एमएससी द्वितीय सत्र), द्वितीय स्थान शालू ( बीएससी तृतीय वर्ष) और तृतीय स्थान खुशनुमा (बीएससी द्वितीय वर्ष) ने प्राप्त किया।
प्रतियोगिता के निर्णायक सदस्यों के रुप में डॉ. प्रीति राठौर और डॉ. रोमा रही। भौतिक विज्ञान प्रभारी डॉ. संदीप कुमार के द्वारा कार्यक्रम में दैनिक जीवन में विज्ञान की उपयोगिता सहित भारत सरकार द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में शोधकार्य हेतु उपलब्ध कराए जा रहे सुअवसर के विषय में बतलाया गया। उन्होंने कहा कि विज्ञान के बिना मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है।
इस अवसर पर वैज्ञानिक डॉ.सीवी रमन के चित्र का भी अनावरण किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन श्रीमती अंजलि सैनी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रतियोगिता का आयोजन डॉ. प्रभात जी के निर्देशन में सम्पन्न हुआ।
डॉ. अर्पित ने संगोष्ठी में तकनीक पक्ष की जिम्मेदारियों का बख़ूबी निर्वहन किया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मोनिका वत्स के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में डॉ. सुशील कुमार, डॉ. निधि, श्रीमती मोनिका मित्तल, डॉ. वरुण, डॉ. अमरदीप, डॉ. कुमुद सहित अनेकों सहायक आचार्य एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।