संजीव शर्मा एनटीन्यूज़:( 08 जनवरी 2022) पंडित ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश एवं गंगा विश्व धरोहर मंच, उत्तरकाशी के तत्वावधान में वनस्पति विज्ञान विभाग, पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश में स्थित हर्बल गार्डन में वृक्षारोपण किया गया

बता दे कि श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पी पी ध्यानी द्वारा ऋषिकेश परिसर में लगभग मृत प्रायःपड़े हर्बल गार्डन को पुनरोत्थान करने की जिम्मेदारी वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. जी के ढींगरा को दी गई थी. इसी क्रम में विज्ञान संकाय के डीन व वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. जी के ढींगरा द्वारा परिसर के प्राचार्य प्रो पंकज पंत के मार्गदर्शन में वृक्षारोपण किया गया।

जिसमें अर्जुन, बेलपत्र, मौलश्री, आक, अकरकरा, अश्वगंधा, कासनी, कपूर, स्टीबिया, श्यामा तुलसी, लेमन तुलसी, गुड़हल, अमलतास, अशोक, हरड़, बहेड़ा, आंवला, तेजपात, रोजमैरी, ऐलोवेरा, सतावर, रीठा, नीम, कनेर, निर्गुंडी, जामुन आदि के औषधीय महत्व के पौधों का रोपण कर हर्बल गार्डन बनाने की शुरुवात की।

प्रोफेसर ढींगरा ने कहा कि हर्बल गार्डन बनाने का कार्य दो चरणों पूरा होगा जिस हेतु अभी शीतकालीन पौधों को रोपित किया जा रहा हैं, जबकि ग्रीष्म कालीन समय तक विभिन्न प्रजातियों के 250 पौधों का रोपण कर हर्बल गार्डन परिसर में अध्ययनरत छात्रों के लिए वानस्पतिक जानकारी व शोध कार्य के लिए उपयोगी होगा।

परिसर प्राचार्य प्रो. पंकज पन्त ने कहा कि हर्बल गार्डन के पुनर्जीवन से जहाँ छात्र छात्राओं को शिक्षण व शोध कार्य में लाभ ही नहीं अपितु परिसर की सुन्दरता को भी चार चाँद लगेंगे, वहीं कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के समय से औषधीय पौधों के प्रति लोगों का अत्यधिक रूझान बढ़ रह रहा है, इसलिए आने वाले समय में यह एक लाभदायक सिद्ध होगा ।

विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पी. पी. ध्यानी ने अपने सन्देश में प्राचार्य प्रो पन्त व डॉ धींगरा के इस सराहनीय कार्य हेतु शुभकामनाये दी व कहा कि वर्तमान समय में औषधीय महत्व की वनस्पतियों के प्रति आम जनों में आकर्षण को देखते हुए हर्बल गार्डन बेहतरीन विकल्प है, इससे जहां वृक्षारोपण को बढ़ावा मिलेगा और वातावरण भी संतुलित रहेगा । उन्होंने कहा कि हर्बल गार्डन पुनर्जीवन में छात्रों की भूमिका भी महवपूर्ण रहेगी व आने वाले सत्र में इसे भव्य रूप दिया जायेगा।

गंगा विश्व धरोहर मंच के संयोजक डॉ शम्भू प्रसाद नौटियाल ने कहा कि गंगा को विश्व धरोहर घोषित हो के उद्देश्य से गंगा तटों पर अवस्थित शिक्षण संस्थानों में जल साक्षरता व वृक्षारोपण के रोपण के लिए संकल्पित हैं। इस मुहिम द्वारा अब तक 25 स्थानों पर हर्बल गार्डन स्थापित किये जा चुके हैं व 100 स्थानों पर प्रस्तावित हैं।

इस अवसर पर डॉ देवमणि त्रिपाठी, डॉ वी के गुप्ता, देवेंद्र भट्ट, अर्जुन पालीवाल, सुरेश रतूड़ी व वनस्पति विज्ञान विभाग के संकाय सदस्य तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।