10 अगस्त 2022 को श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय की बोर्ड ऑफ स्टडीज की प्रथम बैठक पण्डित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश में आयोजित की गयी|
बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत विश्वविद्यालय में विभिन्न संकायों में संचालित विषयों के पाठ्यक्रम निर्माण पर चर्चा की गयी| प्रथम बैठक का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलसचिव खेमराज भट्ट, पण्डित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश के प्राचार्य प्रो गुलशन कुमार धींगरा, वाणिज्य संकायाध्यक्ष प्रो आर आर पटेल, कला संकायाध्यक्ष प्रो डी सी गोस्वामी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया|
विश्वविद्यालय के कुलसचिव खेमराज भट्ट ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की | परिसर के प्राचार्य प्रो धींगरा ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि इस सत्र से विश्वविद्यालय के परिसर एवं सभी सम्बद्ध महाविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत प्रवेश प्रक्रिया आयोजित की जानी है जिस हेतु निर्मित पाठ्यक्रम को विश्वविद्यालय में लागू किये जाने हेतु संशोधित किया जा रहा है|
जिसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पी पी ध्यानी द्वारा बोर्ड ऑफ स्टडीज का गठन किया गया है कला संकाय के लिए कला संकायाध्यक्ष प्रो डी सी गोस्वामी को संयोजक, वाणिज्य संकाय के लिए वाणिज्य संकायाध्यक्ष प्रो आर आर पटेल को संयोजक तथा विज्ञान संकाय के लिए विज्ञान संकायाध्यक्ष एवं परिसर के प्राचार्य प्रो गुलशन कुमार धींगरा को बोर्ड ऑफ स्टडीज का संयोजक बनाया गया है|
सभी विभागों के विभागाध्यक्ष इसके सदस्य होंगे| इसके अतिरिक्त प्रो० दुर्गेश पन्त, महानिदेशक यूकॉस्ट, डॉ हिमांशु दास निदेशक राष्ट्रीय दृष्टि वाधितार्थ संस्थान तथा निदेशक इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ रिमोट सेंसिंग अनुसन्धान संस्थान के निदेशक के रूप में बोर्ड ऑफ स्टडीज के सदस्य होंगे|
प्रो सतपाल सिंह साहनी प्राचार्य रायपुर महाविद्यालय, डॉ वी एन शर्मा प्राचार्य लक्सर महाविद्यालय, प्रो ए के तिवारी प्राचार्य पुरोला महाविद्यालय, प्रो जानकी पंवार प्राचार्य कोटद्वार महाविद्यालय, प्रो लवली राजवंशी प्राचार्य जयहरीखाल महाविद्यालय, प्रो के एल तलवार प्राचार्य चकराता महाविद्यालय, प्रो डी सी नैनवाल प्राचार्य डोईवाला महाविद्यालय, प्रो रेनू नेगी प्राचार्य नई टिहरी महाविद्यालय, प्रो देवेश भट्ट प्राचार्य वेदीखाल महाविद्यालय सदस्य रहेंगे| साथ ही कुलपति के द्वारा प्रो जे पी भट्ट सहित प्रत्येक विषय के 02 प्राध्यापक एवं एक सेवानिवृत प्राध्यापक को वाह्य विशेषज्ञ के रूप में नामित किया गया है |
बैठक में बोर्ड ऑफ स्टडीज के सदस्यों द्वारा सभी विषयों के पाठ्यक्रमों पर गहन मंथन किया गया तथा सत्र 2022-23 से लागू किये जाने वाले पाठ्यक्रमों को संस्तुति प्रदान की| इस अवसर पर बोर्ड ऑफ स्टडीज के सदस्यों के साथ परिसर के सभी प्राध्यापक उपस्थित रहे|