- मंगला गौरी व्रत, त्रिपुष्कर योग, शिव मास के शुभ योग में होगा, सावन माह का शुभारंभ
- सावन मास में बना आठ सोमवार का संयोग
हरिद्वार।: श्री तपोनिधि पंचायती अखाड़ा निरंजनी के अंतराष्ट्रीय संत स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि मासों में उत्तम पुरूषोत्तम मास का शुभारंभ सावन के मध्य होने जा रहा है। ऐसे सामान्य वर्षों की अपेक्षा सावन मास लंबा 59 दिनों का होगा। खास बात यह है कि इस वर्ष सावन मास में आठ सोमवार होंगे।
शिवोपासना संस्थान डरबन साउथ अफ्रीका एवं शिव उपासना धर्मार्थ ट्रस्ट, हरिद्वार के संस्थापक स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि भगवान शिव को अति प्रिय मास सावन मास का शुभारंभ दिनांक 4 जुलाई दिन मंगलवार से हो रहा है। ऐसे में सावन के पहले दिन मंगला गौरी व्रत, त्रिपुष्कर योग और शिव मास का शुभ संयोग बना है। जो भक्तों के लिए कल्याणकारी होगा।
स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि सावन माह का पहला दिन 4 जुलाई दिन मंगलवार को है। इस दिन श्रावण कृष्ण पक्ष की उदया तिथि प्रतिपदा है। इस दिन सावन कृष्ण प्रतिपदा तिथि दोपहर 1 बजकर 39 मिनट तक रहेगी, उसके बाद द्वितीया तिथि लग जाएगी। इस दिन से भगवान शिव को अति प्रिय श्रावण यानी सावन का महीना शुरू हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि सावन के पहले दिन दोपहर पहले 11 बजकर 49 मिनट तक इन्द्र योग रहेगा, उसके बाद वैधृति योग लग जाएगा। इन्द्र योग की बात करें तो इस योग के दौरान राज्य पक्ष के कार्यों में अथवा सरकारी कामों में सफलता जरूर मिलती है।
वहीं अगर वैधृति योग की बात करें तो यह स्थिर कार्यों हेतु ठीक है परंतु यदि कोई भागदौड़ वाला कार्य अथवा यात्रा आदि करनी हो तो इस योग में नहीं करनी चाहिए। साथ ही इस दिन सुबह 8 बजकर 25 मिनट तक पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रहेगा, उसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र लग जाएगा। जो की 4 जुलाई सुबह 5 बजकर 39 मिनट तक रहेगा।